मेरठ। हेलो… मैं रजपुरा गांव से राहुल चौधरी बोल रहा हूं। गांव में झगड़ा और एक युवक लहूलुहान हो गया है, आप तुरंत आइये। कंट्रोल रूम में कॉल आते ही पुलिस लोकेशन ट्रेस करती और गांव पहुंच जाती। कॉल करने वाले युवक को पुलिस फोन करती तो वह उनको खूब गाली-गलौज करता।
ऐसा एक बार नहीं, दस महीने में 434 बार हुआ। अब तो पुलिस भी कॉल आते ही समझ जाती कि गालीबाज युवक की सूचना है। युवक की बढ़ती हरकतों से परेशान होकर डायल-112 के प्रभारी इंस्पेक्टर बलराम यादव ने गंगानगर थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।
डायल-112 की कॉल लखनऊ कंट्रोल रूम पर जाती है। गंगानगर के रजपुरा गांव निवासी राहुल चौधरी ने कंट्रोल रूम में पहली कॉल एक जनवरी 2024 को की थी। बताया था कि गांव में झगड़ा हो गया और एक युवक गंभीर है।
लोकेशन ट्रेस की गई और सूचना के 12 मिनट में पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) पहुंच गई। गांव में कोई झगड़ा नहीं मिला। जिस पर पुलिसकर्मियों ने कॉलर को फोन किया तो उसने गाली-गलौज कर दी।
एक जनवरी से सात नवंबर तक राहुल ने कंट्रोल रूम में 434 बार कॉल कर फर्जी सूचना दी। हर बार पुलिस गांव में पहुंची और फोन पर राहुल की गाली-गलौज सुनकर वापस लौटी। अब गंगानगर थाने की पीवीआर पर तैनात पुलिसकर्मी समझ गए थे कि गालीबाज युवक ने कॉल की है।
अब राहुल लखनऊ कंट्रोल रूम से फोन आने पर गलत फीडबैक देकर पुलिसकर्मियों की शिकायत करता था। दो दिन पहले भी राहुल ने कंट्रोल रूम में कॉल करके सूचना दी कि गांव में दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई है। जिस पर पीवीआर मौके पर पहुंची।
पुलिस ने राहुल को कॉल की, जिस पर पहले उसने खुद को गांव से बाहर होना बताया। इससे पहले पुलिस कुछ कहती कि उसने फिर से गाली-गलौज कर दी। पुलिसकर्मियों के मुताबिक वह जब भी राहुल से बात करते तो लगता था कि वो बहुत नशे में है।
राहुल की इस हरकत से परेशान हुई पुलिस ने सर्विलांस सेल को उसका पता लगाने में जुटाया। सर्विलांस की रिपोर्ट में मोबाइल नंबर की आईडी राहुल की मां सुनीता के नाम पाई गई।
इसके बाद पुलिस ने मोबाइल सिम का आवेदन पत्र निकलवाया। इस पर दूसरा मोबाइल नंबर लिखा था। जांच की गई तो पता चला कि यह राहुल इस्तेमाल करता है और वह आपात सेवा यूपी-112 पर फर्जी सूचना दर्ज कराकर पुलिसकर्मियों का समय समय बर्बाद कर रहा है।
राहुल के खिलाफ झूठी सूचना, सरकारी कर्मचारी को गुमराह करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और पुलिसकर्मियों के साथ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। – नवीना शुक्ला, सीओ सदर देहात