आगरा। आगरा के थाना बरहन क्षेत्र के खुशालपुर गांव में सोमवार को एसडीएम के आदेश पर भूमि विवाद की जांच करने पहुंची पुलिस खुद पंच बन गई। इससे तंग आकर महिला ने फंदा लगा लिया। अस्पताल में हालत गंभीर बनी है। पीड़ित महिला का आरोप है कि पुलिस ने अभद्रता की। जान देने की कहने पर धमकाया और खेत में जबरन सीसी रोड का निर्माण शुरू करा दिया।

खुशालपुर निवासी चरन सिंह ने एसडीएम एत्मादपुर को प्रार्थनापत्र देकर बताया कि वह मौजा मुर्थर अलीपुर के मजरा खुशालपुर में गाटा संख्या 630 रकवा 0.4610 हेक्टेयर में 1/2 भाग का मालिक है। कई वर्षों से नींव भी भरी है। वह अपनी नींव पर बाउंड्री कराना चाहता है लेकिन हाकिम सिंह, योगेश कुमार , सतेंद्र कुमार, विनय व वीरभान आदि खेत में रास्ता निकालकर जमीन हड़पना चाहते हैं।

इस पर एसडीएम ने सोमवार को थानाध्यक्ष बरहन को जांच कर मामला सुलझाने के निर्देश दिए। दोपहर में पुलिस दो महिला कांस्टेबलों के साथ गांव पहुंचीं तब चरन सिंह की पत्नी शीला देवी घर में अकेली थी। आरोप है कि पुलिस ने शीला देवी से अभद्रता की। जबरन सड़क बनवाने लगी। इस पर शीला (55) ने घर में फंदा लगा लिया।

ग्रामीणों ने शीला देवी को फंदे से उतारा और गंभीर हालत में आगरा में निजी अस्पताल में भर्ती कराया। घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। थानाध्यक्ष बरहन का कहना है कि पंचायत की ओर से खड़ंजा बनाने का कुछ लोग विरोध कर रहे थे। पुलिस कानून व्यवस्था के लिए गई थी। एसडीएम का कोई आदेश नहीं मिला।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जो 3.9 मिनट का है। वीडियो में शीला देवी बार-बार महिला दरोगा और सिपाही से कह रही हैं कि अगर आप लोग मेरी बात नहीं मानोगे तो मैं जमुनी के पेड़ या घर में फांसी लगा लूंगी। लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसकी एक नहीं सुनी। घटना के बाद प्रधान व ठेकेदार भाग निकले।

खुशालपुर में खड़ंजे का काम करवाने पर रविवार को भी विवाद हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने शीला के नाती नीतेश को थाने में कई घंटे तक हिरासत में रखा था। देर रात चरन सिंह ने ग्रामीणों के साथ थाने जाकर विरोध किया तब उसे छोड़ा गया था।