मेरठ। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर से बुधवार को अपने गांव सिसौली के लिए रवाना हुए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का जगह-जगह पर जोरदार स्वागत हुआ। इस दौरान उनके काफिले पर खूब फूलों की बरसात हुईं। यही नहीं मेरठ में तो किसानों ने जश्न में ठुमके भी लगाए। जैसे ही राकेश टिकैत का काफिला परतापुर पहुंचा तो किसानों ने गाना बजाकर डांस शुरू कर दिया। इसके बाद राकेश टिकैत किसानों के बीच पहुंचे और कहा कि यह हम सभी की जीत है। वहीं सभी ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का काफिला बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर से मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा होते हुए खतौली पहुंचा। यहां से टिकैत का काफिला सौरम के लिए रवना हो गया। बताया गया कि हड़ौली और सिसौली में मुख्य कार्यक्रम होंगे। वहीं किसान भवन को रोशनी से सजाया गया है। भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच उत्साह का माहौल है।
मेरठ में सिवाया टोल प्लाजा पर कार्यकर्ताओं ने काफिले का फूल बरसाकर जोरदार स्वागत किया। यहां टिकैत का काफिला कुछ देर रुककर सिसौली के लिए रवाना हो गया।
टिकैत बोले- सभी की हुई जीत, चुनाव लड़ने का नहीं कोई विचार
गाजीपुर बॉर्डर से धरना समाप्त कर वापस लौट रहे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता के काफिले का जगह-जगह फूल बरसाकर स्वागत किया जा रहा है। सिवाया टोल प्लाजा पर मीडिया से बातचीत के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि यह सभी की जीत है, इस जीत में सफाई कर्मचारी, किसान, चिकित्सक, मीडिया और जनता का काफी सहयोग रहा है। सभी को आभार।
उन्होंने कहा कि कृषि कानून वापस हो चुके हैं। एमएसपी पर गारंटी कानून, बॉर्डर पर शहीद हुए किसानों को मुआवजा दिए जाने के लिए सरकार के आगे प्रस्ताव रखा गया है। कृषि कानून वापस होना देश के किसानों की जीत हुई है। सभी किसान अपने घर पहुंचकर जश्न मनाएंगे। वहीं पांच बजे के बाद सिवाया टोल प्लाजा को पूरी तरह टोल कर्मियों के हैंड ओवर कर दिया गया।
वहीं चुनाव लड़ने के सवाल पर बोले कि चुनाव लड़ने का कोई विचार नहीं है। किसान हित में ही लड़ाई लड़ी जाएगी। सरकार को 15 जनवरी तक का समय दिया गया है। अभी धरना पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि स्थगित किया गया है।
टिकैत के ऊपर क्रेन से हुई फूलों की बरसात
किसान आंदोलन में फतेह के बाद घर लौट रहे आंदोलन के सबसे प्रमुख चेहरा चौधरी राकेश टिकैत का परतापुर से लेकर सिवाया टोल प्लाजा तक एक नायक की तरह भव्य स्वागत हुआ। किसानों और युवाओं ने टिकैत के ऊपर क्रेन से फूल बरसाए और आतिशबाजी की गई। 383 दिन बाद घर वापसी कर रहे टिकैत के काफिले में सैकड़ों गाड़ियां और ट्रैक्टर थे। टोल प्लाजा पर मीडिया से बातचीत करते हुए टिकैत ने कहा अभी धरना स्थगित हुआ है खत्म नहीं। सरकार को 15 जनवरी तक का समय दिया गया है। उसके बाद संयुक्त मोर्चा जो भी फैसला लेगा उस पर काम किया जाएगा। टिकैत ने किसानों से कहा कि आज जश्न का समय है, घर जाओ और जश्न मनाओ। उन्होंने सिवाया टोल प्लाजा पर छह महीने से चल रहा धरना भी खत्म करने का एलान किया। कहा कि शाम छह बजे तक टोल खाली कर दिया जाएगा।
युवाओं में लगी सेल्फी लेने की होड़
आंदोलन के सबसे बड़ा चेहरा बने टिकट के साथ सेल्फी लेने के लिए युवाओं में इस कदर क्रेज रहा कि कई बार धक्का-मुक्की होने की नौबत आ गई।