नई दिल्ली ब्यूटी और फैशन रिटेलर नायका की चमत्कारिक सफलता ने देश के दिग्गज औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप का ध्यान ब्यूटी बिजनस की तरफ खींचा है। टाटा ग्रुप फिर इस बिजनस में अपनी धाक जमाने की योजना बना रहा है। ग्रुप ने 23 साल पहले ही इस बिजनस को अलविदा कर दिया था। लेकिन देश में कॉस्मेटिक्स का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और साल 2025 तक इसके 20 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

टाटा ग्रुप की रिटेल स्टोर्स चलाने वाली कंपनी ट्रेंट लिमिटेड के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन नोएल टाटा ने ब्लूमबर्ग के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि अब कंपनी को जोर फुटवियर और अंडरवियर के साथ-साथ ब्यूटी प्रॉडक्ट्स पर रहेगा। उन्होंने कहा कि रिटेल में इनमें ग्रोथ की संभावना है।

Statista के आंकड़ों के मुताबिक 2025 तक देश में कॉस्मेटिक्स और ब्यूटी मार्केट 20 अरब डॉलर पहुंच सकता है जो 2017 में 11 अरब डॉलर का था। कोरोना काल में इस मार्केट में काफी ग्रोथ देखने को मिली है। इसमें मुंबई की ऑनलाइन रिटेलर नायका की अहम भूमिका है। हाल में इस स्टार्टअप कंपनी का आईपीओ जबरदस्त हिट रहा था और कंपनी की मार्केट वैल्यू 13 अरब डॉलर पहुंच चुकी है।

कुछ दशक पहले तक ब्यूटी सेक्टर में टाटा ग्रुप की तूती बोलती थी। नोएल टाटा की मां सिमोन टाटा ने 1953 में लैक्मे ब्रांड की स्थापना में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन टाटा ने 1998 में लैक्मे को यूनिलीवर पीएलसी की लोकल यूनिट को बेच दिया था। 2014 में कंपनी ने फिर से इस सेक्टर में एंट्री मारी थी लेकिन अब कंपनी इसे गंभीरता से ले रही है।

ब्यूटी, फुटवियर और अंडरवियर कैटगरी से ट्रेंट का रेवेन्यू महज 10 करोड़ डॉलर है जबकि इसका कुल मार्केट 30 अरब डॉलर का है। में इक्विटी स्ट्रैटजिस्ट का कहना है कि ये तीन सेगमेंट्स टाटा के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकते हैं क्योंकि वह तेजी से अपने स्टोर्स और डिस्ट्रिब्यूशन चैनल्स का विस्तार कर रहा है। इनमें कंप्टीशन बहुत ज्यादा है लेकिन इकॉनमी के पटरी पर लौटने के साथ ही खपत भी तेजी से बढ़ रही है।

टाटा ने कहा कि ट्रेंट इनहाउस कॉस्मेटिक्स ब्रांड्स की नई लाइन्स बना रही है जो ग्रोथ का इंजन हो सकती हैं। इन प्रॉडक्ट्स को कंपनी की रिटेल स्टोर चेन के जरिए बेचा जा सकता है या स्टैंडअलोन स्टोर्स और डिजिटल चैनलों से इनकी बिक्री हो सकती है। नोएल टाटा रतन टाटा के सौतेले भाई हैं और रतन टाटा ट्रस्ट बोर्ड में ट्रस्टी हैं। वह पिछले 2 दशक से भी अधिक समय से टाटा ग्रुप के रिटेल ऑपरेशंस को देख रहे हैं।