भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत तीन साल बाद शनिवार को अपनी बेटी के घर पहुंचे। बेटी को देखते ही गले से लगाया, नाती को गोद में उठा लिया और दामाद को अशीर्वाद दिया। लंबे समय के बाद फुर्सत में बेटी से थोड़ी देर बात की। हालांकि उन्हें छत्तीसगढ़ जाना था तो अधिक समय नहीं रुके।

राकेश टिकैत की बेटी सीमा की शादी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक चौधरी से हुई है। दो बेटे नमन और कार्तिक हैं। बेटी सीमा ने बताया कि किसान आंदोलन के दौरान दो बार तब पिता से मुलाकात हुई, जब वह कहीं जाते हुए शामली से गुजरे थे, लेकिन घर नहीं आए। कई बार गाजीपुर बार्डर पर जाकर भी मिलीं। पिता उनके घर करीब तीन साल बाद आए हैं, क्योंकि किसानों की हितों की लड़ाई में उन्हें वक्त नहीं मिला। आज सुबह उन्हें पता चला कि वह शामली आएंगे तो फोन कर कहा कि घर जरूर आना है। वहीं, राकेश टिकैत की अंगुली में चोट लगी हुई थी तो चिकित्सक दामाद ने पट्टी भी की।

उधर इससे पूर्व शामली में राकेश टिकैत ने पत्रकार वार्ता में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की मंत्री पद से बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग दोहराई। कहा कि वह ना तो विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे और ना ही लोकसभा का चुनाव। उनको समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव लडऩे का न्यौता दिया था। उन्होंने कहा कि हम अखिलेश यादव को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। उन्होंने हमको न्यौता दिया तो उनका धन्यवाद है।