प्रयागराजः कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते संकट को देखते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पीएम मोदी व चुनाव आयोग से यूपी विधान सभा चुनाव टालने का अनुरोध किया है. कोर्ट ने प्रदेश में चुनावी रैलियों व सभाओं पर भी रोक के लिए कड़े कदम उठाने के लिए कहा है.
देश व विदेशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए हाई कोर्ट ने चुनावी सभाओं और रैलियों में जुट रही भीड़ को लेकर चिंता जताई है. संक्रमण और तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने राजनीतिक पार्टियों द्वारा भीड़ चुनावी रैलियों भीड़ एकत्रित करने पर भी रोक लगाने का अनुरोध किया है.
प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हुए हाईकोर्ट जज ने कहा कि वह पार्टियों की चुनावी सभाएं व रैलियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं. प्रधानमंत्री चुनाव टालने पर भी विचार करे, क्योंकि जान है तो जहान है.
उत्तर प्रदेश में इन दिनों कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. यूपी में सबसे ज्यादा 47 कोरोना संक्रमित राजधानी लखनऊ में हैं. 30 मरीज गौतम बुद्ध नगर में हैं. वहीं, गाजियाबाद में 25 संक्रमितों का इलाज चल रहा है. यूपी के सभी 75 जिलों की बात करें तो इस समय 36 जिलों में कोरोना के मरीज हैं और 39 जिलों में कोरोना का कोई भी केस नहीं है.
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार भी महामारी से मुकाबला करने की तैयारियों में जुट गई है. राज्य के मेडिकल कॉलेजों को 100 बेड, जिला अस्पताल में 50 बेड रिजर्व करने की तैयारी है. इसके अलावा जिन जिलों में 50 से ज्यादा एक्टिव केस होंगे, वहां डेडिकेटेड अस्पताल शुरू कर दिया जाएगा. इस क्रम में नोएडा और लखनऊ में धारा 144 लागू कर दी गई है. यह नियम 31 दिसंबर तक लागू रहेगा.