रामपुर. सपा के कद्दावर नेता और रामपुर के सांसद मो. आजम खां डेढ़ साल से सीतापुर जेल में बंद हैं. इतने लंबे समय से जेल में बंद होने के बाद भी उनकी मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. सांसद आज़म खां पर कानूनी शिकंजा और कसता जा रहा है. अब मामला जौहर ट्रस्ट को मिले करोड़ों रुपये के दान का है. वैसे तो इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसा हुआ है, लेकिन भाजपा नेता और शिकायतकर्ता आकाश सक्सेना ने आज़म खान पर आरोप लगाया है कि सपा सरकार में जब आज़म खां मंत्री रहे तब ही उन्हें सबसे ज्यादा करोड़ों रुपये का दान मिला.

आरोप नोटबंदी के समय मिले दान पर भी है. कहा गया है कि जब पूरे देश में नोटबंदी की वजह से अर्थव्यवस्था बिगड़ी हुई थी उस समय भी जौहर ट्रस्ट को सबसे अधिक करीब 222 करोड़ का दान मिला. इसके साक्ष्य आकाश सक्सेना ने ईडी को दिए हैं, जिसके बाद ईडी आज़म खान के जौहर ट्रस्ट को मिले दान के दस्तावेज खंगालना शुरू कर दिए.

रामपुर के सपा सांसद मो. आज़म खान का एक जौहर ट्रस्ट है, जिसमें उनके परिवार के सदस्य हैं. ट्रस्ट पर आरोप है कि जौहर यूनिवर्सिटी और रामपुर पब्लिक स्कूल के नाम पर ज़मीन हड़पने और अधिग्रहण करने का आरोप है. साथ ही ट्रस्ट को मिले करोड़ों रुपये का दान भी सवालों के घेरे में है. इसी को लेकर भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने कई विभागों में इसकी शिकायत की थी. अब आज़म खान को मिले करोड़ों रुपये के मामले की जांच चल रही है.

इस मामले में भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने बताया कि मार्च 2021 में हमारे द्वारा एक शिकायत की गई थी. आजम खान का जो जौहर ट्रस्ट है उस ट्रस्ट उसका एकाउंट 1995 में खोला गया था. शिकायत यह थी कि आजम खां जब जब सपा की सरकार में मंत्री रहे तब उन्हें काफी दान मिला. चाहे वो 2002 से लेकर 2007 की बात रही हो या 2012 से लेकर 2017 की. आजम जब जब मंत्री रहे तब तब आजम के एकाउंट में डोनेशन की जो राशि है वह बहुत जबरदस्त तरीके से दी गई है.
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