मेरठ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरठ को 700 करोड़ की लागत से बनने वाले खेल विश्वविद्यालय की सौगात दी। सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इससे पहले, पीएम ने यहां औघड़दानी की आराधना करने के बाद शहीदों को नमन किया। इसके बाद वह सलावा के लिए रवाना हुए। यहां पीएम ने खेल विश्वविद्यालय की नींव रखने से पहले खिलाड़ियों से संवाद किया।

उन्होंने शहर के रेवड़ी गज्जक, आभूषण, कपड़े, खेल के सामान, हथकरघा उद्योग का भी जिक्र किया। कहा कि अब दिल्ली की दूरी एक घंटे की रह गई है। अब गंगा एक्सप्रेस का जो काम होगा वह भी मेरठ से शुरू होगा। मेरठ देश का पहला ऐसा शहर होगा जहां मेट्रो और रैपिड रेल एकसाथ दौड़ेगी। आईटी पार्क का भी लोकापर्ण हो चुका है। यहीं डबल स्पीड डबल इंजन की सरकार का कहा कि उधर हाथ लंबा करोगे तो उधर योगी जी और इधर हाथ लंबा करोगी तो दिल्ली में मैं हूं ही। विकास की गति को आगे बढ़ाना है तो नए जोश के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने युवाओं को खेल विश्विद्यालय के शिलान्यास की बधाई देकर अपने शब्दों को विराम दिया। अंत में पीएम मोदी ने जनता से वंदे मातरम के नारे भी लगवाए।

कहा जो पहले सत्ता में थे उन्होंने गन्ना का रुपया तिनका तिनका मिलता था। योगी सरकार में गन्ने का बकाया भुगतान जितना हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ। चीनी मिले कौड़ियों के भाव बेची जाती थीं। उन्होंने जनता से हामी भरवाई कि चीनी मिले बंद हुई या नहीं भ्रष्टाचार हुआ या नहीं। अब चीनी मिले खोली जाती हैं। अब यूपी एथनॉल के उत्पादन में भी अव्वल बन रहा है। 12 हजार करोड़ रुपये का एथनॉल अकेले यूपी से खरीदा गया है।

खिलाड़ियों के सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए हमारी सरकार ने अपने खिलाड़ियों को चार शस्त्र दिए हैं। संसाधन, ट्रेनिंग की आधुनिक सुविधा, अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर, चयन में परदर्शिता। पीएम मोदी ने कहा कि देश में खेलों के लिए जरूरी है कि हमारे युवाओं में खेलों को लेकर विश्वास पैदा हो, खेल को अपना प्रॉफ़ेशन बनाने का हौसला बढ़े। यही मेरा संकल्प भी है, और सपना भी।

गांव में कोई खुद को खिलाड़ी बताता था कि लोग कहते थे कि खेलते हो वह तो ठीक है लेकिन काम क्या करते हो। ज्यादातर खेलों के प्रति बेरुखी बढ़ती गई। दुनिया की हॉकी प्राकृतिक मैदान से भाई भतीजावाद, भ्रष्टाचार का खेल, और पारदर्शिता का तो नामो निशान नहीं। ये हर खेल का हाल है। देश के युवाओं का जो अभिन्न टेलेंट था वह बंदिशों में जकड़ा हुआ था। 2014 में खिलाड़ियों के टेलेंट को उन बंदिशों से निकालने का काम किया।

पीएम मोदी ने कहा कि युवा नए भारत का कर्णधार भी है, विस्तार भी है। युवा नए भारत का नियंता भी है, नेतृत्वकर्ता भी है। आज के युवाओं के पास प्राचीनता की विरासत भी है, आधुनिकता का बोध भी है। जिधर युवा चलेगा उधर भारत चलेगा। और जिधर भारत चलेगा उधर ही अब दुनिया चलने वाली है।

पीएम मोदी ने कहा कि यहां मेरठ के सोतीगंज बाजार में गाड़ियों के साथ होने वाले खेल का भी अब The End हो रहा है। अब UP में असली खेल में बढ़ावा मिल रहा है। UP के युवाओं को खेल की दुनिया में छा जाने का मौका मिल रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि पहले बेटियां घर से निकलने में डरती थी। आज मेरठ की बेटियां खेल में अपना परचम लहरा रही हैं, नाम रोशन कर रही हैं। कहा कि 21वीं सदी के भारत में सबसे बड़ा दायित्व युवाओं के पास ही है। 21वीं सदी का मंत्र है कि युवाजनों जेन गत तेन पंथ:’

पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की पहले स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के लिए बहुत बधाई देता हूं। 700 करोड़ की लागत से बनने वाली यह यूनिवर्सिटी ऐसी पहली यूनिवर्सिटी होगी जहां खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। यहां से हर साल एक हजार से ज्यादा बेटे बेटियां बेहतरीन खिलाड़ी बनकर निकलेंगे। यानी अब क्रांतिवीरों की नगरी खेलवीरों की नगरी के रूप में खुद को सशक्त करेगी। कहा कि पिछली सरकारों में अपराधी अपना खेल खेलते थे माफिया अपना खेल खेलते थे। पहले माफिया अपना टूर्नामेंट खेलते थे। बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे। पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। उनके खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़ने पर मजबूर हो गए थे। अब योगी जी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल जेल खेल रही है।

कहा कि बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे। हमारे मेरठ और आसपास वाले तो कभी भूल नहीं सकते कि लोगों के घर जला दिए जाते थे। और पहले की सरकार अपने केल में लगी रहती थी। पहले की सरकारों के खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़कर पलायन के लिए मजबूर हो गए थे। यूपी में पहले क्या-क्या खेल होते थे, अब योगीजी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही है।

सीएम योगी के संबोधन के बाद पीएम मोदी ने खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि महाभारत काल से लेकर जैन तीर्थंकरों से लेकर पंच पांडवों से लेकर देश की आस्था को उर्जावान किया है। कहा कि बाबा औघड़नाथ मंदिर से जो आजादी की ललकार उठी और दिल्ली कूच किया। आज उन्हीं की याद में आजादी का अमृत मोहत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां आने से पहले मुझे औघड़नाथ मंदिर जाने का अवसर मिला। शहीद स्मारक के स्वतंत्रता संग्राम संग्रालय में उस अनुभूति को महसूस किया। राष्ट्र रक्षा के लिए सीमा पर बलिदान हो या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान राष्ट्रभक्ति की लौ को सदा प्रज्जवलित किया है।

प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने माइक संभाला और मेरठ की जनता को संबोधित किया। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के अंदर उन सभी सभी खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि यहां के किसान और जवान ने देश के हर क्षेत्र में योगदान देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में यहां के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ, महिलाओं की, बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राज्य में सुरक्षा का माहौल देने का काम हुआ है।

खेल प्रदर्शनी का निरीक्षण करने के दौरान पीएम मोदी ने व्यायाम करने वाली मशीन पर भी हाथ आजमाया। उन्होंने मशीन के बारे में जानकारी ली और व्यायाम भी करके देखा। प्रधानमंत्री खेल उपकरणों का अवलोकन करने के बाद मंच पर पहुंचे। यहां जोरदार तालियों के साथ मेरठ की जनता ने पीएम मोदी का स्वागत किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सलावा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ के बल्ले और गेंद के साथ अन्य खेल उपकरणों का अवलोकन किया। मेरठ के आठ व्यापारियों ने खेल विश्वविद्यालय के शिलान्यास स्थल पर अपने स्टाल लगाए हैं। तीन दिन से स्टाल पर तैयारियां चल रहीं थीं। खास बात है कि देश-विदेश में मेरठ की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री का लोहा माना जाता है।

बताया गया कि पीएम मोदी के शहीद स्मारक पहुंचने के दौरान उनके संग्रहालय में प्रवेश करते ही संग्रहालय के केयरटेकर हरिओम शुक्ला को पुस्तकालय में बंद कर दिया। यानी प्रधानमंत्री के पहुंचने पर संग्रहालय में केवल संग्रहालय अध्यक्ष पीएम के साथ रहे। प्रधानमंत्री के जाने के बाद मीडिया के लोगों ने ही हरिओम शुक्ला को पुस्तकालय का गेट खोलकर बाहर निकाला। हरि ओम का कहना है कि उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से एक कमरे में बंद कर दिया गया था। इस बात का उन्हें कोई दुख नहीं है लेकिन उन्हें प्रधानमंत्री को करीब से देखने का अवसर मिला यही सौभाग्य है।

प्रधानमंत्री सलावा में जनसभा को संबोधित करने व खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने से पहले खिलाड़ियों से संवाद कर रहे हैं। इसके कुछ ही देर बाद वह खेल विश्वविद्यायल का शिलान्यास करेंगे। सलावा में कार्यक्रम स्थल को 32 गैलरी में बनाया गया है। खिलाड़ियों वाले स्थान को विशेष तौर पर स्टेडियम का लुक दिया गया है। खिलाड़ियों के लिए नई कुर्सियां भी लगाई गई हैं। सलावा में कार्यक्रम स्थल को सुबह में ही सैनिटाइज भी किया गया है। कार्यक्रम स्थल के बड़ा होने के कारण स्क्रीन लगाई गई हैं।

वहीं क्षेत्र में कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। गंगनहर का जल स्तर 14 फुट चल रहा है। बहाव भी तेज है। इसके लिए अलर्ट किया गया है। पीएसी के गोताखोर के अलावा स्पेशल कमांडो भी तैनात हैं।