नई दिल्ली. भारत की बेरोजगारी दर दिसंबर में चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों से इसका पता चला है। इसके लिए बड़े पैमाने पर कोरोना का नया स्वरूप ओमिक्रॉन माना जा रहा है। इस संबंध में जारी रिपोर्ट में कहा गया कि कई राज्यों में ओमिक्रॉन के मामलों में वृद्धि के बाद देश में आर्थिक गतिविधि और उपभोक्ता भावना प्रभावित हुई है।
सीएमआईआई की आज जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.9 फीसदी हो गई है, जो कि नवंबर महीने में 7 फीसदी थी, दिसंबर का यह आंकड़ा अगस्त में 8.3 फीसदी के बाद से सबसे अधिक है। गौरतलब है कि मई 2021 में भारत में बेरोजगारी दर सबसे अधिक दर्ज की गई थी। इस महीने में यह 11.84 फीसदी के उच्च स्तर पर पहुंची थी। बता दें कि मुंबई स्थित सीएमआईई डाटा अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं द्वारा बेरोजगारी पर बारीकी से नजर रखी जाती है, क्योंकि सरकार मासिक आंकड़े जारी नहीं करती है।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर में शहरी बेरोजगारी दर बढ़कर 9.3 फीसदी हो गई, जो पिछले महीने में 8.2 फीसदी थी। इसके अलावा ग्रामीण बेरोजगारी दर 6.4 फीसदी से बढ़कर 7.3 फीसदी हो गई। सीएमआईई की वेबसाइट पर साझा जानकारी के अनुसार, ओमिक्रॉन के मामलों में बढ़ोतरी के बाद देश में आर्थिक गतिविधि और उपभोक्ता भावना प्रभावित हुई है।