भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला आज से केपटाउन में खेला जाएगा। करिश्माई कप्तान विराट कोहली की तीसरे टेस्ट में वापसी के साथ भारतीय टीम की निगाह दक्षिण अफ्रीका में तीस वर्षों में पहली बार सीरीज जीत पर लगी है। तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। मुकाबला कड़ा होने की संभावना है, क्योंकि दूसरे टेस्ट में जीत के बाद मेजबान दक्षिण अफ्रीका टीम का भी मनोबल बढ़ा हुआ होगा।

कोहली पीठ के ऊपरी हिस्से में खिंचाव के कारण पिछले हफ्ते जोहानिसबर्ग में दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए थे। कोहली अपना 99वां टेस्ट अपनी बेटी विरुष्का के पहले जन्मदिन के मौके पर खेलेंगे। ऐसे में पिछले कुछ समय से बेहद दबाव का सामना कर रहे कप्तान कोहली इस मैच को यादगार बनाना चाहेंगे।

महानतम कप्तानों में शुमार होंगे कोहलीदक्षिण अफ्रीका में तीन दशक में पहली टेस्ट सीरीज जीतने से निश्चित तौर पर कोहली का नाम टेस्ट में देश के महानतम कप्तान के रूप में स्थापित हो जाएगा। इसके लिए हालांकि भारत को अपने बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जो पिछले कुछ समय से उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। पहली पारी में 300 से अधिक का स्कोर खड़ा करना महत्वपूर्ण होगा। सेंचुरियन में पहले टेस्ट की पहली पारी के बाद भारतीय टीम 300 का आंकड़ा नहीं छू पाई है।

कोहली टेस्ट क्रिकेट में 8 हजार रन पूरे करने से 146 रन दूर हैं और इस टेस्ट में वह यह लक्ष्य हासिल करना चाहेंगे। उन्होंने अपने 100 कैच पूरा करने के लिए भी दो कैच की और जरूरत है। टीम में ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिनकी सिर्फ मौजूदगी से ही टीम को मनोवैज्ञानिक फायदा मिलता है। कप्तान कोहली इसी तरह के करिश्माई खिलाड़ियों में शामिल हैं।

वह बल्लेबाजी कर रहे हों या क्षेत्ररक्षण, मैदान पर कोहली की मौजूदगी ही विरोधी टीम को असहज करने के लिए काफी है। वह भले ही दो साल से शतक नहीं जड़ पाए हों लेकिन उनकी मौजूदगी विरोधी टीम को रणनीति बदलने पर मजबूर करती है। हालांकि कोहली की पिछले दो साल में बल्लेबाजी पर गौर करें तो चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के विपरीत वह जब तक क्रीज पर रहते हैं उनकी बल्लेबाजी में विश्वास झलकता है।

इसके अलावा रहाणे टेस्ट में पांच हजार रन पूरे करने से बस 79 रन दूर हैं। इस टेस्ट में वह यह मुकाम हासिल करना चाहेंगे। इसके अलावा कोहली की तरह रहाणे के पास भी 100 कैच पूरा करने का मौका है। इस मुकाम से वह बस एक कैच दूर हैं। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा का यह 50वां टेस्ट होगा।

न्यूलैंड्स की असमान उछाल वाली घास वाली पिच पर भारतीय बल्लेबाजों को कगिसो रबाडा, डुआने ओलिवियर, लुंगी एनगिडी और मार्को जेन्सन के खिलाफ बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी। जोहानसबर्ग में दो संघर्षपूर्ण पारियों, विशेषकर दूसरी पारी में नाबाद 40 रन बनाने के बाद हनुमा विहारी को मायूसी हाथ लग सकती है और उन्हें टीम में कप्तान के लिए जगह बनानी पड़ सकती है। ऋषभ पंत ने हाल के महीनों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ आगे बढ़कर खेलते हुए आक्रामकता दिखाई है लेकिन इसका उन्हें अधिक फायदा नहीं मिला है।

भारत ने केपटाउन के न्यूलैंड्स के मैदान में कभी टेस्ट मैच नहीं जीता है। अब तक खेले गए पांच मैचों में से उसे तीन में हार मिली जबकि तीन मैच ड्रॉ रहे हैं। अगर यहां पहली जीत हासिल करनी है तो मध्यक्रम के अनुभवी बल्लेबाजों को वांडरर्स से बेहतर प्रदर्शन करना होगा।

पुजारा और रहाणे को दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में अर्द्धशतक जड़ने के बाद अंतिम एकादश में बरकरार रखा जा सकता है लेकिन अगर वे कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं देते हैं और उनका कॅरिअर बचाने के लिए ये नाकाफी हो सकता है। इसी तरह लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल को भी दक्षिण अफ्रीका के तूफानी गेंदबाजों के खिलाफ टीम को अच्छी शुरुआत दिलानी होगी।

तेज गेंदबाज इशांत शर्मा भी अपने करियर के अंतिम चरण में हैं और मोहम्मद सिराज के पैर की मांसपेशियों में चोट से उन्हें मौका मिल सकता है। पिछले छह महीने में वह खराब फॉर्म और चोट से जूझते रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका की पिचों की प्रकृति और इशांत की छह फीट से अधिक की लंबाई के साथ लगातार मेडन फेंकने की क्षमता उन्हें उमेश यादव से बेहतर विकल्प बनाती है।

टीम को हालांकि जसप्रीत बुमराह से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जिनका स्ट्राइक रेट पीठ की चोट से वापसी करने के बाद गिरा है। डीन एल्गर, रेसी वान डेर डुसेन और तेंबा बावुमा को बुमराह अपनी शॉर्ट पिच गेंदों से परेशान नहीं कर पाए और वह अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहेंगे।भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला आज से केपटाउन में खेला जाएगा। करिश्माई कप्तान विराट कोहली की तीसरे टेस्ट में वापसी के साथ भारतीय टीम की निगाह दक्षिण अफ्रीका में तीस वर्षों में पहली बार सीरीज जीत पर लगी है। तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। मुकाबला कड़ा होने की संभावना है, क्योंकि दूसरे टेस्ट में जीत के बाद मेजबान दक्षिण अफ्रीका टीम का भी मनोबल बढ़ा हुआ होगा।