भुवेश्वर. ओड़िशा में भ्रष्टाचार की कमाई से करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाने वाले अरबपति कांस्टेबल का खुलासा हुआ है. कांस्टेबल ने घूस की कमाई से ट्रांसपोर्ट, गैस एजेंसी, साइबर कैफे जैसे बिजनेस खड़े कर लिए थे. ओडिशा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक मयूरभंज जिले के बारीपाड़ा शहर पुलिस स्टेशन में तैनात कांस्टेबल निहार रंजन दंडपत के बारे में विजिलेंस डिपार्टमेंट को भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी. प्राथमिक जांच में यह शिकायत सही पाई गई. इसके बाद 7 टीमें बनाकर उसके 7 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गई. इन टीमों में 9 डीएसपी, 5 इंस्पेक्टर, 5 असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर और कई सिपाही शामिल थे.
कांस्टेबल ने शहर में ही 3 मंजिला शानदार मकान बना रखा था. मार्बल-टाइल से पूरी तरह फर्निश उस मकान के टॉप फ्लोर पर शानदार स्वीमिंग पूल बनवाया गया था. जब विजिलेंस की टीम छापा मारने के लिए उसके घर पहुंची तो वह मौका देखकर वहां से फरार हो गया. विजिलेंस के अधिकारी कांस्टेबल के मकान की सज्जा को देखकर हैरान थे. जांच टीम को छापे में मयूरभंज जिले में कांस्टेबल के 2 प्लॉट, 2 दोपहिया वाहन, कंप्यूटर से जुड़े सामान, 13 लाख रुपये और जेवरात बरामद हुए. रेड के दौरान टीम को पता चला कि कांस्टेबल एक गैस एजेंसी भी चला रहा था. यह एजेंसी उसकी पत्नी पिंकी दंडपत के नाम से है. टीम ने एजेंसी में मौजूद खाली और भरे हुए सिलेंडरों समेत वहां खड़े वाहन जब्त कर लिए.
विजिलेंस टीम को जांच में कांस्टेबल निहार रंजन दंडपत के ट्रांसपोर्ट बिजनेस के बारे में भी पता चला. इस बिजनेस में उसके 3 ट्रक, 10 ट्रॉली, 2 कार और 4 बाइकें शामिल थी. सभी को विजिलेंस टीम ने अपने कब्जे में ले लिया. टीम को शहर में उसके साइबर कैफों के बारे में भी पता चला. जिसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.