नई दिल्‍ली. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का उद्देश्‍य स्‍वरोजगार के लिए आसानी से लोन उपलब्‍ध कराना है. यह लोन अपका कारोबार शुरू करने व पहले से चल रहे व्‍यवसाय को बढ़ावा देने के लिए लिया जा सकता है. ये लोन बिना गारंटी मिलता है और इस पर कोई प्रोसेसिंग फीस भी नहीं लगती.

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना एक ऐसी योजना है, जिसका फायदा वे लोग उठा सकते हैं जो अपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं या फिर अपने चल रहे कारोबार को और विस्‍तार देना चाहते हैं. मुद्रा योजना का उद्देश्‍य स्वरोजगार के लिए आसानी से लोन देना और छोटे उद्यमों के जरिए रोजगार पैदा करना है. अप्रैल 2015 में शुरू हुई थी.

कौन ले सकता है लोन
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ कोई भी व्यक्ति, जो अपना कारोबार शुरू करना चाहता है, उठा सकता है. इसके अलावा अगर कोई मौजूदा कारोबारी या दुकानदार अपने मौजूदा कारोबार को आगे बढ़ाना चाहते हैं और उसके लिए पैसे की जरूरत है तो भी वह प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रुपये तक के मुद्रा लोन के लिए आवेदन कर सकता है.

शिशु लोन: शिशु लोन के तहत आवेदक 50,000 रु. तक का लोन प्राप्त कर सकता है. ये लोन उन लोगों के लिए है जो अभी अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं.

किशोर लोन : किशोर लोन 50,000 रु. से लेकर 5 लाख रु. तक का है. यह लोन उन आवेदकों के लिए उपयुक्त है जो पहले ही अपना व्यवसाय शुरू कर चुके हैं, लेकिन इसे स्थापित करने के लिए कुछ और धन की आवश्यकता है.

तरुण लोन : तरुण लोन के तहत, एक आवेदक 5 लाख रु. से 10 लाख रु. का लोन ले सकता है. यह उन लोगों को दिया जाता है जिनके व्यवसाय स्थापित हैं, लेकिन उन्हें अपने व्यवसायों को बढ़ाने के लिए अधिक धन की आवश्यकता है.

मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत मुद्रा लोन लगभग सभी सरकारी और निजी बैंक व अन्‍य वित्‍तीय संस्‍थान देते हैं. जिस बैंक से लोन लेना चाहते हैं उस बैंक से मुद्रा लोन का फार्म डाउनलोड किया जा सकता है. फिर इसे भरकर बैंक में जमा कराना होता है. नया कारोबार शुरू करने के लिए मकान के मालिकाना हक़ या किराये के दस्तावेज, काम से जुड़ी जानकारी, आधार, पैन नंबर सहित कई अन्य दस्तावेज देने होंगे. अगर मौजूदा व्‍यवसाय है और उसके लिए लोन लेना है तो बैंक आपसे उस संबंध में ओर जानकारी भी मांग सकता है.