अलीगढ़. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने अपनी ही पार्टी बीजेपी के खिलाफ खुलकर बगावत कर दी है. अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले ठाकुर रघुराज ने न्यूज18 से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि अब बीजेपी पहली जैसी नहीं रही है.
रघुराज कहते हैं, ‘मैं उस समय से बीजेपी से जुड़ा हूं, जब कोई पार्टी का झंडा उठाने वाला नहीं था. साल 1984 में मैंने आरएसएस के प्रशिक्षण शिविर में OTC की लगातार 18 साल संगठन मंत्री का दायित्व संभाला. जिला से लेकर प्रदेश स्तर के कई दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन किया. मुझसे एमएलसी और कैबिनेट मंत्री बनाने की बात कही गई थी और बरौली सीट से मैं सर्वे में भी टॉप रहा, लेकिन पार्टी दलबदलुओं को ज्यादा सम्मान दे रही है. जिस व्यक्ति से मैं 20 साल से लड़ रहा हूं, उस व्यक्ति को मेरी टिकट काटकर दे दी.’
रघुराज सिंह ने सवाल खड़े किए कि बीएसपी से आए और वर्तमान में एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह का अभी 3 साल कार्यकाल बचा हुआ है. अगर वो इतने अच्छे नेता हैं, तो उन्होंने बीएसपी क्यों छोड़ी. वह कहते हैं, ‘इस बेईमान व्यक्ति को टिकट देकर इन्होंने मेरा अपमान किया है. पार्टी नेतृत्व के फैसले की वजह से जयवीर सिंह मेरी पकी-पकाई फसल काटने जा रहे हैं.’
बीजेपी नेता ने कहा, ‘जिस पार्टी का अलीगढ़ में 15 साल से किसी ने झंडा नहीं उठाया और अब सरकार आई तो दलबदलुओं को टिकट दे दी.’ उन्होंने आगे कहा कि योगी आदित्यनाथ को समझना चाहिए था कि मैं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़ा रहा. साल 2006 में अलीगढ़ में दंगे हुए तो मैंने उनके साथ गिरफ्तारी दी.
रघुराज सिंह ने आगे कहा कि बरौली सीट पर जयवीर सिंह के लिए प्रचार नहीं करूंगा. मैंने पार्टी नेतृत्व से साफ बोला दिया है कि अलीगढ़ से बाहर मुझे जिम्मेदारी दी जाए. मैं दलबदलुओं के लिए झंडा नहीं उठा सकता, नहीं तो मुझसे जनता नाराज हो जाएगी. वह कहते हैं कि कल्याण सिंह के बाद अलीगढ़ से सबसे सीनियर नेता की पार्टी ने टिकट ना देकर घोर उपेक्षा की है.