नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 9 दिसंबर को जो वायदे किए थे, उसे अब तक पूरा नहीं किया गया है। ऐसे में किसान आंदोलन करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि सरकार के जिस पत्र के आधार पर किसानों ने आन्दोलन को स्थगित किया था, सरकार ने उनमें से कोई वादा पूरा नहीं किया है!, लिहाजा अब नए सिरे से पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा।

अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट पर ट्वीट करते हुए उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा किसानों से वादाखिलाफी के खिलाफ कल 31 जनवरी को देशव्यापी “विश्वासघात दिवस” मनाया जाएगा। अपने इस आंदोलन के लिए उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से बकायदा एक पोस्टर भी जारी किया है। इस पोस्टर को अब तक सैकड़ों लोग ट्वीट भी कर चुके हैं। संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन इसके आयोजक हैं। इसमें किसानों से फिर एकजुट होने की अपील की गई है। कल यानि 31 जनवरी को इसका आयोजन किया जा रहा है।

मालूम हो कि राकेश टिकैत किसान आंदोलन के दौरान यूपी गेट पर 11 माह से अधिक समय तक चले किसानों के धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे। किसानों की मांग थी कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले उसके बाद वो अपने धरने को खत्म करेंगे। सरकार कहती रही कि ये तीनों कृषि कानून किसानों की बेहतरी के लिए बनाए गए हैं मगर किसानों ने उसको नहीं माना। कई दौर की बातचीत भी हुई मगर उसका कोई सार्थक रिजल्ट नहीं निकल सका। इस बीच किसानों ने दिल्ली में कई तरह के आंदोलन भी किए। उनके धरना स्थलों पर भी तमाम तरह की घटनाएं हुई।

किसानों ने दिल्ली की सड़कों पर 26 जनवरी को जो ट्रैक्टर मार्च निकाला उससे उनके आंदोलन की छीछालेदर हुई। लालकिला पर झंडा फहराकर किसान संगठनों ने आम लोगों को अपने खिलाफ कर लिया। उसके बाद संगठनों को लगा कि अब सरकार हर तरह से उनके आंदोलन को खत्म कर देगी। खैर इसके बाद भी सरकार ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया, आखिर में 9 दिसंबर को मांगे मान लेने और कुछ पर काम किए जाने के लिखित आश्वासन के बाद ही धरना खत्म हो सका। अब राकेश टिकैत ने उन मांगों को पूरा न किए जाने के बदले में विश्वासघात दिवस का ऐलान किया है।