मुजफ्फरनगर। बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ानी शुरू कर दी है। सरसों और सब्जियों की फसल के लिए बारिश खतरा है। जिले में 24 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा से ठंड का प्रकोप बन गया। दिनभर जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। बारिश के कारण सड़कों पर कीचड़ से आवागमन हुआ प्रभावित। 13.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
जनवरी में करीब 20 दिन तक मौसम खराब रहा था। अब फरवरी महीने की शुरूआत में मौसम फिर रंग बदलने लगा है। बुधवार आधी रात से मौसम ने करवट बदली। तेज हवा ने लोगों को खूब कंपकंपाया। बृहस्पतिवार सुबह को फिर तेज हवा चली और बारिश हुई।
दिन का अधिकतम तापमान 14.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम में आर्द्रता 95 प्रतिशत रही। जिला कृषि अधिकारी जसवीर तेवतिया का कहना है कि गेहूं के लिए बारिश सही है, लेकिन सरसों की अगेती फसल को नुकसान हो सकता है।
बारिश ने आम आदमी की दिनचर्या को प्रभावित कर दिया। दोपहर तक लगातार बारिश होती रही। आम आदमी को परेशानियों का सामना करना पड़ा। बाजार देर से खुले और शाम को जल्दी सूने हो गए। यातायात व्यवस्था तो पूरी तरह प्रभावित हो गई।
बारिश ने सड़कों पर सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी है। बारिश के बाद सड़कों पर कीचड़ उभरकर सामने आ गया है। आम आदमी का सड़कों पर पैदल चलना दूभर रहा। दुपहिया वाहनों के रपटकर गिरने की घटनाएं हुई हैं।