अलीगढ़. चुनाव में कड़े मुकाबले और मतदान प्रतिशत ने जिले की सातों सीटों पर काबिज भाजपा को जिले में फिर पूर्ण बहुमत से वापसी के लिए चुनौती दे दी है। वहीं दो टॉप-हॉट सीट अतरौली-बरौली पर दो दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी इस चुनाव में दांव पर लगी हुई है। खास बात यह है कि अतरौली में पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री स्व.कल्याण सिंह के बिना परिवार चुनाव मैदान में है और बृहस्पतिवार को उनके बिना परिवार ने मढ़ौली गांव में मतदान भी किया।

जिले की सातों सीटों पर काबिज भाजपा ने पांच सीटों पर मौजूदा विधायकों को फिर मैदान में उतारा, जबकि एक बरौली सीट पर मौजूदा विधायक की टिकट काटकर दूसरे कद्दावर पूर्व मंत्री ठा.जयवीर सिंह को मौका दिया है। शहर सीट पर मौजूदा विधायक संजीव राजा की पत्नी मुक्ता राजा को टिकट दिया है। इसके बाद चुनाव प्रचार में सातों सीटों पर वापसी के लिए भाजपा ने एड़ी चोटी का जोर लगाया है। मगर जिस तरह मतदान के दिन मुकाबला कड़ा हुआ है और अभी तक मतदान का प्रतिशत दिख रहा है। उस तरह से सभी सीटों पर वापसी बेहद आसान नहीं दिख रही है।

अतरौली सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री स्व.कल्याण सिंह के पौत्र प्रदेश में मंत्री संदीप सिंह बिना दादा के पहली बार चुनाव मैदान में हैं। उनको जातीय समीकरण के आधार पर सपा के पूर्व विधायक वीरेश यादव ने कड़ी टक्कर देते दिख रहे हैं। बरौली पर भाजपा के जयवीर सिंह को जातीय समीकरणों के आधार पर बसपा व रालोद चुनौती देती दिख रही है। छर्रा व शहर पर भाजपा-सपा में सीधी लड़ाई होती दिखी, जबकि कोल पर भाजपा, सपा व कांग्रेस में लड़ाई दिखी है। जिले के जाटलैंड वाली पहली इगलास सीट पर भाजपा को सीधे रालोद ने कड़ी टक्कर दी है, जबकि दूसरी खैर पर भाजपा को रालोद व बसपा ने कड़ी टक्कर दी है।

सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष से भी दो दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा जिले की दो अलग-अलग सीटों पर दांव पर लगी हुई है, जिनमें कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हरियाणा प्रभारी कोल सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं। हर बार की तरह इस बार भी वे मुख्य मुकाबले में हैं। इसी तरह सपा से जिले के दिग्गज उद्योगपति लिंक लॉक के स्वामी पूर्व विधायक जफर आलम की प्रतिष्ठा दांव पर है। वे भी शहर सीट से तीसरी बाद मैदान में हैं और मुख्य मुकाबले में हैं।

– जिले में शांतिपूर्वक ढंग से मतदान संपन्न हुआ है। इसके लिए जिले की जनता व मतदान में लगे सभी कर्मचारी व अधिकारी बधाई के पात्र हैं। सुबह कोहरे व कुछ जगह ईवीएम में तकनीकी कमियों के कारण मतदान में देरी की बातें सामने आईं, जिन्हें तत्काल दूर कराया गया। एक बार फिर सभी लोकतंत्र के उत्सव में सहयोग के लिए बधाई के पात्र हैं। – सेल्वा कुमारी जे, डीएम

– विधानसभा के प्रथम चरण का चुनाव शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुआ है। इसकी सफलता में जनपद, गैरजनपद के समस्त पुलिस बल व पैरामिलिट्री के अधिकारी कर्मचारी, होमगार्ड, पीआरडी, फायर सर्विस, ग्राम प्रहरी, आंकिक शाखाओं के कर्मचारी अधिकारी, खुफिया टीमें बधाई के पात्र हैं। मैं सभी को बधाई देता हूं और जनता के सहयोग का भी आभार है। – कलानिधि नैथानी, एसएसपी