नई दिल्ली। बजाज के चेतक ने एक बार फिर स्कूटर की दुनिया में वापसी की है, लेकिन इलेक्ट्रिक अवतार में. इस नए चेतक की तुलना अगली पीढ़ी के उन सदस्यों से की जा सकती है जो सफल फिल्मस्टार हैं. इलेक्ट्रिक चेतक के लिए यह युग उस वक्त से पूरी तरह से अलग है, जब वह बजाज चेतक हुआ करती थी और लाखों लोग उसे खरीदने के लिए कई दिनों का इंतजार करते थे।
बजाज ऑटो के चेयरमैन राहुल बजाज ने ऑटोकार प्रोफेशनल को बताया, “10 साल की डिलीवरी अवधि कोई मजाक नहीं है.“ बजाज के चेयरमैन बजाज ऑटो में 1965 से 2005 तक शीर्ष पद पर बने रहे और उनकी अगुवाई में ही कंपनी ने 1972 में चेतक स्कूटर पेश किया. चेतक को वेस्पा के स्प्रिंट मॉडल से लिया गया था, जिसके साथ बजाज ऑटो का एक तकनीकी सहयोग था. 33 साल बाद चेतक को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर दिया गया. इसके बाद बजाज ऑटो की यात्रा केवल मोटरसाइकिल बनाने के रूप में शुरू हुई. बजाज, शायद, स्कूटर निर्माण को तब तक जारी रखना चाहता था जब तक कि एक स्कूटर के लिए भी खरीदार बाजार में हो, हालांकि “बजाज ऑटो द्वारा मोटरसाइकिल निर्माण का जो समय चुना गया वो बिल्कुल सही था.
16 वीं शताब्दी में हल्दीघाटी की लड़ाई में महाराणा प्रताप द्वारा सवार घोड़े के नाम पर चेतक का नाम रखा गया था. बजाज कहते हैं, ’’यह भी मॉडल के महत्व के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार था. चेतक की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके विज्ञापन का एक कैचलाइन ’हमारा बजाज’ (हिंदी फॉर अवर बजाज) लोगों की जुबान पर चढ़ गया था. चेतक की लोकप्रियता इतनी अधिक थी कि जाहिर तौर पर बाजार में इसकी शोरूम कीमत लगभग दोगुनी थी! देश में लाइसेंस राज (1951-1991), जिसने निर्माताओं को अपनी इच्छा से चेतक का उत्पादन बढ़ाने की अनुमति नहीं दी और यही वजह थी कि चेतक के लिए प्रतीक्षा अवधि 10 साल तक के लिए बढ़ गई थी, जो संभवतः एक विश्व रिकॉर्ड है.
बजाज कहते हैं, ’’चेतक की सफलता के लिए गुणवत्ता, लागत और उपलब्धता (बाजार पहुंच) प्रमुख वजहें थीं.“ बजाज के पूर्व मुखिया पुराने दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि उस समय देश में लगभग 600 डीलर थे और बजाज ऑटो भारत की प्रमुख दोपहिया निर्माता कंपनी थी. वह आगे कहते हैं कि “मुझे याद है कि केवल एक और चीज जिसकी डिलीवरी की अवधि 8- या 10 साल थी, वह थी कुछ समय के लिए प्रीमियर पद्मिनी कार.“ 1990 में चेतक शेल्फ से उपलब्ध होना शुरू हुआ. उस वक्त एक अखबार के विज्ञापन में घोषणा की गई कि बजाज ऑटो दुनिया के सबसे बड़े स्कूटर निर्माता के रूप में उभरा और चेतक के लिए बोल्ड में ’नो वेटिंग’ का भी जिक्र किया.
निसान इंडिया के पूर्व प्रबंध निदेशक और बजाज ऑटो के पूर्व कार्यकारी अरुण मल्होत्रा कहते हैं, ’’इसने बजाज ऑटो की छवि में इजाफा किया और बड़ी संख्या में ग्राहकों को चेतक खरीदने का मौका दिया.’’ चेतक को लेकर लोगों के रुझान पर प्रकाश डालते हुए, मल्होत्रा ने लुधियाना की डीलरशिप को याद करते हुए कहा कि हमने ग्राहकों को एक दिन में 500 चेतक डिलिवर किये! भले ही चेतक देश भर में लोकप्रिय था, लेकिन दिल्ली, पंजाब और आंध्र प्रदेश स्कूटर के लिए शीर्ष तीन बाजार थे. बजाज ऑटो की स्कूटर बिक्री में चेतक का योगदान करीबआधा रहा होगा, जो लगभग 70,000 इकाइयों की मासिक संख्या तक पहुंच गया था. इसके अन्य स्कूटर ब्रांड तब सुपर और प्रिया थे. हालांकि ये दोनों महाराष्ट्र स्कूटर्स कंपनी से थे, जो उस वक्त बजाज ऑटो के सह-स्वामित्व में था.
1995-98 भारत के स्कूटर बाजार के लिए एक सुनहरा दौर था. 1998 में, स्कूटरों ने दोपहिया उद्योग के वार्षिक कारोबार का 75 प्रतिशत हिस्सा बनाया. इस दौरान बजाज ऑटो की बाजार हिस्सेदारी करीब 60 फीसदी रही. उस समय के आसपास स्कूटर बाजार में धीरे-धीरे गिरावट शुरू हुई. 1991 में उदारीकरण के साथ आधुनिक डिजाइन/तकनीक का उदय शुरू हुआ, खासकर कुछ जापानी मोटरसाइकिलों में. पेट्रोल की कीमत में वृद्धि और ग्रामीण क्षेत्रों में मोटरसाइकिलों की बढ़ती स्वीकार्यता ने भी बाइक की मांग को बढ़ा दिया. इसके साथ ही बजाज ऑटो की व्यापार रणनीति बदल गई, जिससे इसकी पहली स्वतंत्र रूप से विकसित मोटरसाइकिल, पल्सर का जन्म हुआ. मोटरसाइकिल पहले ही जापानी की प्रमुख कंपनी कावासाकी के साथ साझेदारी के माध्यम से शुरू हो चुकी थी, जो हाल तक जारी रही.
अब, जैसा कि ई-मोबिलिटी को वैश्विक ऑटो उद्योग के भविष्य के रूप में देखा जाता है और स्कूटर भारत के नए युग के ईवी बाजार की अगुवाई कर रहे हैं, ऐसे में स्कूटरों का नायक रहा बजाज ऑटो एक बार फिर से कमान संभालने के लिए बाजार में लौटता है. लेकिन इस बार यह चेतक के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहता है, ना कि बजाज चेतक (इलेक्ट्रिक स्कूटर पर बजाज की ब्रांडिंग नहीं) के रूप में. चेतक के पुनर्जन्म पर, उद्योग जगत के दिग्गज और एक पिता कहते हैं, “मैं बहुत खुश हूं. मैं राजीव बजाज और उनकी टीम को बधाई देता हूं कि उन्होंने एक बेहतरीन इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाया.“