नई दिल्ली. रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज तीसरा दिन है। रूस की ओर से यूक्रेन पर लगातार हमला जारी है। इस हमले में यूक्रेन के कई शहर तबाह हो गए हैं। जानमाल की भी भारी नुकसान हुई है। बड़ी तादाद में लोग यूक्रेन में अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं।

एक आंकलन के मुताहिक युद्ध बढ़ने पर यह संख्या 40 लाख तक पहुंच सकती है। यूक्रेनी के मुताबिक इस युद्ध में उसके कम से कम 137 लोगों की मौतें हुई है। साथ ही यूक्रेन का दावा है कि उसने सैकड़ों रूसी सैनिकों को मार गिराया है। वहीं ने हताहतों का अभी कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है।

बताया जा रहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध लंबा नहीं चलेगा। दरअसल अमेरिका और नाटो सेनाओं के यूक्रेन की मदद के लिए नहीं आने से यह खतरा टल चुका है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि रूस अगले एक-दो दिनों के भीतर यूक्रेन को अपने कब्जे में लेने में सफल हो सकता है। रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस चुकी है। जिस प्रकार से यूक्रेन पुलों को तोड़कर सेना को रोकने की कोशिश कर रहा है, उससे भी साफ है कि अब बहुत ज्यादा समय तक वह लड़ने की स्थिति में नहीं है।

इस बीच यूक्रेन ने रूसी मिलिट्री प्लेन मार गिराने के बाद दूसरा दावा किया है, यूक्रेन की सेना की ओर से कहा गया है कि हमले के दूसरे दिन यानी 25 फरवरी को कीव में 60 रूसी सैनिकों को मार गिराया है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का कहना है कि रूसी सेना राजधानी कीव में दाखिल हो गई है। उन्होंने आशंका जताई है कि अगले 96 घंटे यानी 4 दिन में कीव पर रूस का कब्जा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रूसी सेनाएं रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही हैं। उन्होंने रूसी नागरिकों से अपील की है कि वे इस जंग के खिलाफ प्रदर्शन करें।

साथ ही यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि दुनिया ने हमें जंग में लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया है। रूसी सेना राजधानी कीव में दाखिल हो गई है। उनके दो टारगेट हैं, पहला- कीव और दूसरा मेरा परिवार। इस बीच सरकार ने पूरी सेना को युद्ध में उतारने का ऐलान किया। इसके लिए यूक्रेन सरकार ने 18 से 60 साल के यूक्रेनी पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है। खबरों के मुताबिक यूक्रेन ने अपने 10 हजार नागरिकों को मुकाबले के लिए राइफलें दी हैं।