हापुड़. मोहल्ला रामपुरा निवासी अरुण हत्याकांड मामले में पुलिस ने रिमांड के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस और चाकू बरामद किए हैं। पुलिस की मानें तो तीनों आरोपियों ने पीसीआर के दौरान पूछताछ में अरुण की हत्या पुरानी रंजिश के चलते करना स्वीकार किया है।
रामपुरा में मतदान के बाद दस फरवरी की रात घर के बाहर घूम रहे अरुण की बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक के पिता विनोद ने मोहल्ला निवासी चार हमलावरों के खिलाफ थाने पर नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने में नाकाम रही थी। गत 17 फरवरी को चार में से तीन नामजद आरोपी सूरज, पिंटू और अभिमन्यु उर्फ काले ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था। जिसके बाद गत 19 फरवरी को पुलिस ने जेल में जाकर तीनों आरोपियों से पूछताछ की थी। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अभिनव सिंह पुंडीर ने बताया कि तीनों आरोपियों को रविवार दोपहर 12 बजे 24 घंटे के रिमांड पर लिया गया था। इस दौरान आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा जटपुरा रोड से बरामद कर लिया गया है। तीन कारतूस एक खोखा और दो चाकू भी बरामद किए गए हैं। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पीसीआर के दौरान पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अरुण और फरार चल रहे मोहल्ला निवासी रवि के बीच विवाद था। पहले भी कई बार दोनों पक्षों में मारपीट हो चुकी थी। इसी विवाद के चलते अरुण की हत्या कर दी गई थी। दस फरवरी का दिन हत्या के लिए इसीलिए चुना गया था कि पुलिस मतदान कराने में व्यस्त हैं। इसके चलते वह हत्या करने के बाद आसानी से फरार हो जाएंगे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि फरार आरोपी रवि की तलाश में उसके संबंधित ठिकानों पर दबिश दी जा रही हैं। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।