नई दिल्ली. बीसवीं सदी में पैदा हुए किसी भी व्यक्ति के लिए नंबर 9 का गायब होना असंभव है लेकिन 21वीं सदी में पैदा हुए लोगों की बर्थ डेट से ये नंबर मिसिंग हो सकता है। लोशू ग्रिड अनुसार नंबर 9 को भाग्यशाली अंक माना जाता है। ये व्यक्ति को प्रसिद्धि, प्रतिष्ठा और समाज में अलग पहचान दिलाता है। इस नंबर के स्वामी मंगल हैं। ये अंक व्यक्ति की महत्वकांक्षाओं का वर्णन करता है। जिन लोगों की जन्म तारीख से ये अंक मिसिंग होता है उन्हें लाइफ में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जानिए कैसे इस नंबर की कमी को करें पूरा।क्या है लोशू ग्रिड? जैसे किसी व्यक्ति की जन्म तारीख 11.06.2002 है तो इसमें देखिए कौन-कौन से नंबर मिसिंग हैं। अब जो नंबर इसमें मिसिंग होंगे उन नंबरों से जुड़े लाभों की आपके जीवन में कमी रह जाएगी। लो शू अंकज्योतिष चार्ट अनुसार जो नंबर किसी भी व्यक्ति की बर्थ डेट से मिसिंग होते हैं उस संख्या से संबंधित गुणों, लाभों, वस्तुओं की कमी व्यक्ति के जीवन में देखने को मिलती है। लो शू ग्रिड में इन्हीं सख्या की कमी से उत्पन्न होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने के उपाय बताये जाते हैं।
नंबर 9 की कमी होने पर क्या पड़ता है प्रभाव? अगर बर्थ डेट में से ये नंबर मिसिंग है तो जीवन में ऊर्जा और उत्साह की हमेशा कमी बनी रहेगी। लाइफ में काफी उतार-चढ़ाव देखने पड़ेंगे। इच्छाशक्ति की कमी रहेगी। प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा की हमेशा कमी बनी रहेगी। ऐसे लोगों को किसी की भावनाओं की कदर नहीं हो पाती। ऐसे लोग मानव कल्याण के बारे में नहीं सोचते।
नंबर 9 की कमी को पूरा करने के उपाय: हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें चोला चढ़ाएं। लाल मोली धारण करें। सूर्य यन्त्र पहनें। घर की दक्षिण दिशा पर लाल रंगा का बल्ब लगाएं। अपनी सीधे हाथ की कलाई पर लाल रंग का धागा पहनकर रखें।