नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजनीति कमाल की है. यहां की राजनीति में साधु-संतों, मठ-मंदिरों की बड़ी भूमिका है. बीजेपी के मामले में तो स्थिति कुछ ज्यादा ही खास है क्योंकि उसने अपने कई चुनाव राम मंदिर के मुद्दे पर ही लड़े और जीते हैं. लेकिन यूपी में एक आस्थावान मां ऐसी भी है, जिसने अपने बेटे को चुनाव में जीत दिलाने के लिए भगवान से मन्नत मांगी और उसके सालों से उपवास पर बैठी हुई है. 10 साल के उपवास के बाद जब मन्नत पूरी हो गई तो भी वह नहीं रुकी और अभी भी वे उपवास पर हैं.
बेटे के विधायक बनने की मांगी थी मन्नत
रुधौली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के मौजूदा विधायक संजय प्रताप जायसवाल की मां माया देवी का त्याग देखकर लोग हैरान रह जाते हैं. अपने बेटे को विधायक बनता देखने के लिए इस मां ने 10 साल लंबा उपवास किया. उन्होंने 10 साल तक अन्न नहीं खाया. भगवान ने जब उनकी मन्नत पूरी कर दी और बेटा विधायक बन गया तो उन्होंने व्रत तोड़ दिया लेकिन फिर से व्रत शुरू कर दिया. संजय प्रताप जायसवाल की मां ने 2002 से अपना उपवास शुरू किया था और वे पहली बार 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने.
तरक्की के लिए जारी रखा उपवास
2012 में जायसवाल के चुनाव जीतने के बाद उनकी मां ने उपवास तोड़ा लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने फिर से अपना व्रत शुरू कर दिया. ताकि बेटे की तरक्की होती रहे. इसका नतीजा यह रहा कि 2017 में जायसवाल ने पार्टी बदलकर बीजेपी का दामन थामा और दोबारा विधायक बन गए. जबकि संजय 2002 से ही रुधौली सीट से चुनाव लड़ रहे थे लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हो रही थी. तब उनका संघर्ष देखकर उनकी मां ने भगवान से मन्नत मांगी कि जब तक उनका बेटा विधायक नहीं बनेगा, वे अन्न का एक दाना भी नहीं खाएंगी.
बेटे को बुलंदियों पर पहुंचाना चाहती हैं माया देवी
माया देवी कहते हैं कि मैं केवल फलाहार करती हूं और ज्यादातर समय भगवान की भक्ति में लगाती हैं. मेरे बेटे ने राजनीति में करियर बनाने के लिए बहुत मेहनत की है. मेरी भगवान से प्रार्थना है कि वह मेरे को बुलंदियों पर पहुंचाए. वहीं बीजेपी विधायक संजय जायसवाल का भी मानना है कि वे मां के आशीर्वाद से ही राजनीति में इस मुकाम पर पहुंचे हैं.