नई दिल्ली. पांच राज्यों में चुनाव के नतीजे आने के बाद अब हर किसी कि निगाहें नई सरकार पर टिक गई है. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ 15 मार्च को शपथ ले सकते हैं. जबकि उधर पंजाब में आम आदमी पार्टी भी शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी में जुट गई है. इस बीच बीजेपी की जीत के बाद विपक्षी पार्टियां भी परेशान दिख रही हैं. बंगाल की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सभी दलों से साथ आने की अपील की है.
भगवंत मान ने नए विधायकों को ज्यादातर समय गांवों और शहरों में बिताने को कहा
पंजाब का मुख्यमंत्री बनने जा रहे आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने शुक्रवार को पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों को लोगों की समस्याओं का हल करने के लिए अपना ज्यादातर समय गांवों और शहरों में बिताने को कहा. उन्होंने कहा कि लोगों को अपना जीवन बदलने के लिए आप सरकार से ढेरों उम्मीदें हैं। मान ने विधायकों से कहा, ‘वहां काम करिये, जहां हमने वोट मांगे थे। जीत जाने के बाद लोगों से चंडीगढ़ आकर मिलने को नहीं कहिए. सरकार गावों, वार्ड और मोहल्ले से चलेगी। जाइए और लोगों से मिलिए. उनके साथ चाय पीजिए. ’
भाजपा को कैसे मिली धमाकेदार जीत
37 साल के बाद उत्तर प्रदेश में किसी दल ने 5 साल सरकार चलाने के बाद फिर से सत्ता हासिल की है. 403 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी ने अपने दम पर 255 सीटें जीती हैं. लेकिन इस ऐतिहासिक जीत की राह इतनी आसान नहीं रही. यहां पढ़ें इस जीत की कहानी
कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह के नेताओं ने चुनाव नतीजों पर चर्चा की
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23’ समूह के कई नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की जिसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गई. राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के घर पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए. फिलहाल इन नेताओं की ओर से फिलहाल सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं आया है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस कार्य समिति में शामिल ‘जी 23’ के नेता कार्य समिति की बैठक में चुनावी हार का मुद्दा और पार्टी संगठन में जरूरी बदलाव और जवाबदेही सुनिश्चित करने की अपनी पुरानी मांग उठा सकते हैं.
305 सीटों पर BJP-SP में था सीधा मुकाबला
इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा और सपा प्रत्याशी 305 सीटों पर आमने-सामने थी. भाजपा ने इनमें से 206 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं, सपा प्रत्याशी 99 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार को हराने में सफल रहे. यहां पढ़ें पूरी खबर
भाजपा के साथ सरकार बनाने की बातचीत के लिए कोनराड मणिपुर पहुंचे
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा और उनके भाई एवं ऊर्जा मंत्री जेम्स पी. के. संगमा शुक्रवार को मणिपुर पहुंच गए हैं. वो नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को शामिल कराने के लिए भाजपा के साथ बातचीत करने के लिए पहुंचे हैं. भाजपा ने मणिपुर विधानसभा चुनावों में साधारण बहुमत हासिल किया है, जिसकी मतगणना बृहस्पतिवार को संपन्न हुई थी. हालांकि, कार्यवाहक मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह सहित प्रदेश भाजपा के नेताओं ने संकेत दिया है कि वे एनपीपी के साथ गठबंधन जारी रखने को लेकर उत्सुक नहीं हैं, जो (एनपीपी) राज्य में राजग का हिस्सा है.
ममता का कांग्रेस पर हमला
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि भाजपा का मुकाबला करने को इच्छुक सभी राजनीतिक दलों को साथ मिलकर काम करना चाहिए। कांग्रेस पर निर्भर रहने का कोई मतलब नहीं है. पहले जीतने में सफल होती थी क्योंकि उसके पास संगठन था. लेकिन अब, अब वह हर जगह हार रही है. ऐसा नहीं लगता है कि अब उन्हें (जीतने में) कोई दिलचस्पी है. उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है और अब उनपर निर्भर रहने का कोई मतलब नहीं है.’
भव्य होगा भगवंत मान का शपथ ग्रहण समारोह
भगवंत मान ने आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है. आप की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक रविवार को मान और केजरीवाल दोनों स्वर्ण मंदिर, दुर्गियाणा मंदिर और श्री राम तीरथ मंदिर में दर्शन करेंगे. वे आप की जीत का जश्न मनाने और मतदाताओं को धन्यवाद देने के लिए अमृतसर में एक रोड शो में भी हिस्सा लेंगे. बता दें कि आम आदमी पार्टी ने 117 सदस्यीय विधानसभा में 92 सीटें जीती हैं.
ममता ने भाजपा विरोधी गठबंधन के लिए क्षेत्रीयों दलों से संपर्क साधा
विधानसभा चुनावों में चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद भाजपा-विरोधी गठबंधन के लिए क्षेत्रीय दलों से संपर्क साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस को साथ रखने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि अब उसमें वह बात नहीं रही. बनर्जी के तीखे बयान पर तत्काल पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनका रूख समान है, एक (मोदी) ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ चाहते हैं और दूसरी (ममता) ‘कांग्रेस के बगैर विपक्ष के गठबंधन’ की बात करती हैं.
16 मार्च को शपथ लेंगे भगवंत मान
भगवंत मान 16 मार्च को नवांशहर जिले में महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. पंजाब में बनने वाली सरकार में मंत्री पद के लिए हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा, बलजिंदर कौर, सरवजीत कौर मनुके, गुरमीत सिंह मीत हेयर, बुद्ध राम, कुंवर विजय प्रताप सिंह, जीवनज्योत कौर और डॉ चरणजीत सिंह समेत आप के कई विधायकों के नाम चर्चा में हैं.
भगवंत मान आज सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे
पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान आज राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. मान मोहाली में शुक्रवार को आप विधायकों की बैठक में पार्टी के विधायक दल के नेता चुने गये हैं. वह, शनिवार को सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
आम आदमी पार्टी दक्षिणी राज्यों में व्यापक स्तर पर सदस्यता अभियान शुरू करेगी
आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली शानदार जीत की गति बनाये रखने के लिए दक्षिणी राज्यों में व्यापक स्तर पर सदस्यता अभियान शुरू करने का फैसला किया है. आप नेता सोमनाथ भारती ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप में सदस्यता अभियान शुरू करेगी.उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने दक्षिणी राज्यों में चरणबद्ध तरीके से पदयात्रा करने का भी फैसला किया है. भारती ने कहा कि 14 अप्रैल को डॉ भीम राव आंबेडकर की जयंती पर तेलंगाना में पार्टी की पहली पदयात्रा के साथ यह कवायद शुरू हो जाएगी.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में प्रचंड जीत मिलने के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इसके साथ मंत्रिमंडल की कवायद और तेज हो गयी है. पिछली योगी सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री दोबारा जीतकर सदन में पहुंचे हैं. ऐसे में उन्हें बड़े-बड़े मंत्रालय दिए जा सकते हैं.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में जबरदस्त जीत मिलने के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इसके साथ ही अब मंत्रिमंडल की कवायद और तेज हो गई है. कहा जा रहा है कि कई नए चेहरे को मौका मिल सकता है.