कीव. यूक्रेन-रूस के बीच जंग 21वें दिन में पहुंच चुकी है। इस बीच यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि, उसने रूस की सेना को भारी नुकसान पहुंचाया है। 13500 सैनिकों को जान से मारने के अलावा यूक्रेन के कई सैन्य उपकरणों को भी बर्बाद कर दिया है। दावे के अनुसार भारी नुकसान के बाद भी रूस रुकने का नाम नहीं ले रहा है। यूक्रेन में जंग के 21वें दिन भी कई जगहों से धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है। कई शहरों में हवाई हमले का अलर्ट जारी किया गया है।

रूस से तेल सौदा कर गलत पक्ष में खड़ा हो सकता है भारत- अमेरिका
रूस की ओर से भारत को रियायती दरों पर कच्चे तेल की पेशकश के बाद सबकी नजरें भारत की ओर हैं। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन सॉकी ने कहा कि, भारत अगर इस सौदे को स्वीकार करता है तो यह प्रतिबंधों के उल्लंघन का मामला नहीं होगा। हालांकि, यह सौदा भारत को गलत पक्ष में जरूर खड़ा कर सकता है।

500 नागरिकों को रूस ने बनाया बंधक
जंग के 21वें दिन यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि, रूसी सैनिकों ने मारियूपोल के एक अस्पताल पर कब्जा कर लिया है और करीब 500 लोगों को बंधक बनाकर रखा है। वहीं शहर के मेयर ने बताया कि डॉक्टरों व मरीजों समेत 400 लोग बंधक बनाए गए हैं। उन्हें बाहर नहीं आने दिया जा रहा है।

यूक्रेन ने किया एक और रूसी जनरल को मार गिराने का दावा
यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि, उसने चौथे रूसी जनरल, मेजर जनरल ओलेगा मित्येव को मार गिराया है। कहा गया है कि मेजर जनरल की मौत मारियूपोल में हमले के दौरान हुई।

एक मिनट में 55 बच्चे बन रहे शरणार्थी- यूनिसेफ
यूक्रेन संकट पर यूनिसेफ ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। यूनिसेफ की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, यूक्रेन में हर एक मिनट में 55 बच्चे शरणार्थी बन रहे हैं। यानि, हर एक सेकेंड में एक बच्चा। दूसरे शब्दों में यूक्रेन में प्रतिदिन करीब 75 हजार बच्चे शरणार्थी बन रहे हैं।

यूक्रेन के कई शहरों में हवाई हमले की चेतवनी
एक बार फिर से यूक्रेन के कई बड़े शहरों में हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई है। इसमें लवीव, चकार्सी, निप्रो, ओबलास्ट व अन्य शहर शामिल हैं। यहां लगातार सायरन बज रहे हैं।

भारत-रूस तेल सौदे पर दुनिया की नजर, अमेरिका बोला- सस्ता तेल लेकर गलत पक्ष में खड़ा हो सकता है भारत
पोलैंड ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए सशस्त्र मिशन का आह्वान किया है। कीव दौरे पर गए पोलैंड के प्रधानमंत्री ने नाटो से कहा है कि, यूक्रेन की मदद के लिए मानवीय और शांतिपूर्ण सहायता प्रदान करने की कोशिश की जानी चाहिए। यहां बिना हथियारों के मिशन नहीं हो सकता। शांति स्थापित करने के लिए सशस्त्र बलों द्वारा संरक्षित मिशन आवश्यक है।