ताइपे। चीन के फाइटर जेट ने एक बार फिर से ताइवान के वायु क्षेत्र का उल्लंघन किया है। ताइवान ने कहा है कि चीन के लड़ाकू विमान उसके एयर डिफेंस जोन में घुस आए। इस माह में चीन की तरफ से ये 12वीं बार उसके वायु क्षेत्र का उल्लंघन है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी एयर फोर्स का शेनयांग जे-16 फाइटर जेट ताइवान के दक्षिण पश्चिम एयर डिफेंस जोन में घुस आया था। इसके जवाब में ताइवान ने उस लड़ाकू विमान को रेडियो वार्निंग भेजी और बाद में उसको मानिटर करते हुए अपनी एयर डिफेंस मिसाइल को तैनात कर दिया था।
आपको बता दें कि एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन में घुसने वाले हर लड़ाकू विमान की जानकारी एयर ट्रेफिक कंट्रोलर उसकी पहचान के साथ मुहैया करवाता है। इस माह में करीब चीन के 38 विमानों को अब तक इस डिफेंस जोन में ट्रेक कर चुका है। इनमें से करीब 26 फाइटर जेट थे और नौ स्पोटर प्लेन और तीन हेलीकाप्टर थे। गौरतलब है कि बीजिंग ताइवान पर अपना हक जमाता है। ताइवान में करीब ढाई करोड़ लोग रहते हैं। चीन ताइवान में रहने वाले इन लोगों को अपना नागरिक और ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा बताता है। इसको लेकर वो काफी आक्रामक भी है।
चीन के राष्ट्रपति लगातार ताइवान को अपनी मुख्यभूमि से मिलाने के लिए किसी भी स्तर तक जाने की बात कह चुके हैं। वो सीधेतौर पर इसको लेकर धमकी भी देते रहे हैं। यहां पर ये भी बताना जरूरी है कि जब तक बीजिंग में विंटर ओलंपिक गेम्स चल रहे थे उस दौरान चीन के लड़ाकू विमानों ने एक बार भी ताइवान की हवाई सीमा का उल्लंघन नहीं किया था। लेकिन इन गेम्स के खत्म होने के बाद से ही उसके लड़ाकू विमान हर दिन ही ताइवान के एयर डिफेंस जोन में घुसते रहते हैं।
गौरतलब है कि ताइवान सात दशकों से चीन की मुख्य भूमि से अलग है। चीन के दुस्साहसों को देखते हुए ही ताइवान ने कई रणनीतिक समझौते अपनी सुरक्षा के मद्देनजर किए हैं। इनमें अमेरिका से किया गया समझौता भी शामिल है। अमेरिका लगातार चीन द्वारा किए जा रहे ताइवान की वायु सीमा उल्लंघन को गलत बताता रहा है। इस मुद्दे पर कई बार अमेरिका और चीन आमने सामने भी आ चुके हैं। इतना ही नहीं अमेरिका ने अपने विमानवाहक पोत को भी इस क्षेत्र में चीन को देखते हुए तैनात किया हुआ है।