नई दिल्ली. लगभग हर कोई चाहता है कि उसके घर में बच्चे हों, जिससे घर में खुशियां बनी रहे। वहीं, कई सारे कपल्स ऐसे होते हैं जो आमतौर पर बच्चा गोद लेने की योजना बनाते हैं। भारत में कोरोना महामारी के बाद से कई लोगों ने अनाथ बच्चों को गोद लिया है। चाइल्ड अडॉप्शन को लेकर हर देश का अपना अलग कायदा कानून होता है, जिसके तहत लोग किसी भी बच्चे को गोद ले सकते हैं। भारत में भी बच्चा गोद लेने के लिए एक कानूनी प्रक्रिया के जरिए गुजरना पड़ता है। अगर आप भी किसी बच्चे को गोद लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इस प्रक्रिया के तहत गुजारना होगा और सभी नियम व शर्तों को स्वीकार करने के बाद ही आप बच्चे के अभिभावक बन सकते हैं। ऐसे में अगर आप किसी बच्चे को अपना बनाना चाहते हैं, तो यहां ये जान लें कि आपका ये काम बहुत ही आसानी से ऑनलाइन भी हो जाएगा। मतलब इसके लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी। तो चलिए आपको बच्चा गोद लेने के प्रोसेस के बारे में बताते हैं। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…
कौन ले सकता है बच्चे को गोद?
- आमतौर पर वो लोग बच्चा गोद लेने का प्लान बनाते हैं, जिनके पास खुद का बच्चा नहीं होता या वो किसी कारण से वो माता-पिता नहीं बन सकते। ऐसे में वो बच्चा गोद लेने का प्लान बनाते हैं। भारत में भारतीय नागरिक के साथ-साथ एनआरआई लोग भी बच्चा गोद ले सकते हैं।
- वहीं, अगर कोई दंपति बच्चे को गोद लेना चाहता है, तो उनकी शादी को 2 साल होने चाहिए। साथ ही गोद लेने वालों और बच्चे की उम्र में 25 साल का अंतर होना चाहिए। इसके अलावा उन्हें कौई गंभीर बीमारी भी नहीं होनी चाहिए।
- इस तरह से कर सकते हैं आवदेन:-
स्टेप 1
- अगर आप बच्चे को गोद लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सबसे पहले www.cara.nic.in की वेबसाइट पर जाना है, क्योंकि यहीं से आपको आवेदन करना होगा।
स्टेप 2
- इसके बाद आपका आईडी पासवर्ड बन जाएगा। फिर आपको यहां पर एक फॉर्म मिलेगा, जिसे आपको भर देना है। इसके साथ आपको अपने सारे दस्तावेजों को 30 दिन के अंदर जमा करवाना होता है। दरअसल, ये जरूरी होता है और तभी जाकर आपका काम आगे बढ़ता है।
स्टेप 3
- फिर आपका रजिस्ट्रेशन नंबर जनरेट हो जाता है, जो आपको दिया जाता है। इसे अपने पास संभालकर रखें।
स्टेप 4
- अंत में कानूनी प्रक्रिया होती है और ये पूरी होने के बाद आपको बच्चा सौंपा दिया जाता है।