लखनऊ। योगी आदित्यनाथ की मंत्रिपरिषद में छह ऐसे नए चेहरे भी हैं, जो वर्तमान में विधानमंडल के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नई टीम में 39 विधायक और आठ विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) शामिल हैं। छह ऐसे सदस्यों को शपथ दिलाई गई है जिन्हें आगे चलकर किसी विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना होगा। इन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान सक्रियता और संगठन के प्रति निष्ठा का पुरस्कार मिला है।
योगी सरकार में जेपीएस राठौर, नरेन्द्र कश्यप, दयाशंकर मिश्र दयालु, जसवंत सैनी, दिनेश प्रताप सिंह व दानिश आजाद अंसारी ऐसे मंत्री हैं, जो वर्तमान में किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। भाजपा पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप तथा भाजपा के प्रदेश महामंत्री व उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन जेपीएस राठौर को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। जेपीएस राठौर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था।
ऐसे ही पूर्व सांसद रहे नरेन्द्र कश्यप की भूमिका पिछड़ों के वोट बैंक में सेंध लगाने में अहम रही थी। गाजियाबाद की सभी पांच सीटों पर इस बार कमल खिला है। सरकार ने गाजियाबाद के प्रतिनिधि के रूप में नरेन्द्र कश्यप को मंत्रिपरिषद में स्थान देकर पिछड़ों को साधने का काम भी किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के कर्मठ नेता दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ को भी मंत्री बनाकर बड़ा संदेश देने का प्रयास किया गया है। पूर्वांचल विकास बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष रहे दयाशंकर मिश्र वाराणसी के डीएवी इंटर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य भी हैं।
वाराणसी के नीलकंठ तिवारी का पत्ता काटकर इस बार नये ब्राह्मण चेहरे के रूप में दयालु को चुना गया है। कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले रायबरेली के दिनेश प्रताप सिंह भी राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाये गए हैं। उनके जरिये भाजपा कमजोर होते कांग्रेस के गढ़ रायबरेली की दीवारों को पूरी तरह से ढहाने का प्रयास करेगी। दिनेश प्रताप सिंह को भाजपा ने एमएलसी का उम्मीदवार भी बनाया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ही एक और नेता जसवंत सैनी को भी उनकी कर्मठता व सहारनपुर में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन का तोहफा मिला है। उप्र पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाये जाने के बाद अब जसवंत सैनी को राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है।
दानिश मंत्रिपरिषद में नया मुस्लिम चेहरा : इस बार मंत्रिपरिषद में मुस्लिम चेहरे के रूप में दानिश को शामिल किया गया है। वह अकेला मुस्लिम चेहरा हैं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री दानिश को राज्यमंत्री बनाया गया है। वह संगठन की निचली पंक्ति से ऊपर उठकर आए हैं। पिछली भाजपा सरकार में मोहसिन रजा अकेला मुस्लिम चेहरा थे।