नई दिल्ली. महंगाई से पहले से परेशान आम आदमी को जल्दी ही एक और जोरदार झटका लग सकता है. मोदी सरकार ने नेचुरल गैस की कीमतों में दोगुने से भी ज्यादा की वृद्धि कर दी है. इसकी वजह से न सिर्फ रसोई गैस सिलेंडर बल्कि सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में भी जल्दी ही दोबारा बढ़ोतरी होने की आशंका बढ़ गई. इससे न सिर्फ किचन का बजट बढ़ेगा बल्कि किराये-भाड़े में भी बेतहाशा तेजी देखने को मिल सकती है. पेट्रोल पहले ही शतक (100 रुपये प्रति लीटर के पार) लगा चुका है और रसोई गैस सिलेंडर भी एक हजारी हो चुका है.

पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि घरेलू प्राकृतिक गैस की कीमत 1 अप्रैल से अगले छह महीने यानी 30 सितंबर, 2022 तक के लिए 6.1 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू (10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट) हो गई है. 31 मार्च तक इसकी कीमत 2.9 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू थी.

डोमेस्टिक नेचुरल गैस की कीमतों में एक साल में दो बार संशोधन होता है. अब अक्टूबर में दाम में संशोधन होगा. अमेरिका, कनाडा और रूस जैसे बड़े गैस उत्पादक देशों में जारी सालाना औसत कीमतों के आधार पर यहां नेचुरल गैस की कीमतें तय की जाती है. इन बड़े उत्पादकों का सालाना औसत मूल्य एक तिमाही पहले तक का लिया जाता है. यानी 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक के दाम जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 के औसत मूल्य के आधार पर तय किए जाते हैं.