देश भर में शनिवार को रमजान का चांद नजर आ गया। आज रमजान का पहला रोजा 14 घंटे का है। मेरठ में शहर काजी प्रोफेसर जैनुस साजिद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि पहले रोजे की सेहरी 4:42 बजे खत्म होगी, जबकि शाम 6:42 बजे मगरिब की अजान के साथ रोजा इफ्तार होगा। इसके साथ ही रमजान महीने के हर रोजे के साथ 1-1 मिनट का समय भी बढ़ेगा। अंतिम रोजा 14 घंटे 26 मिनट का होगा।

रमजान के पहले रोजे की तैयारियों के लिए लोग सेहरी व खाने-पीने के सामान की खरीदारी करने बाजारों में उमड़ पड़े।
मस्जिदों में सुबह से ही सायरन बजाकर चेक किए जा रहे थे, जबकि साफ-सफाई का काम भी हुआ। शाही जामा मस्जिद, विकासपुरी मस्जिद, इम्लियान मस्जिद, खेड़े वाली मस्जिद, शान ए इलाही गोला कुआं मस्जिद, लिसाड़ी रोड मस्जिद रशीदिया, कोतवाली रोड स्थित मस्जिद कुरैशियान, इस्लामाबाद एक मिनारा मस्जिद, हापुड़ रोड जाकिर कालोनी एक मिनारा मस्जिद, शास्त्रीनगर फैसल मस्जिद सहित शहर की मुख्य मस्जिदों में तरावीह और शबीना का दौर शुरू हो गया। तरावीह और शबीना में कुरआन-ए-पाक सुनाया जाएगा।

रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. तनुराज सिरोही और डॉ. वीके बिंद्रा की सलाह है कि माह ए रमजान के दौरान जो मरीज हैं, वे दवा लेने में लापरवाही न बरतें और अपने चिकित्सक की सलाह से ही रोजा रखें। लापरवाही नुकसानदायक हो सकती है।

यह बरतें एहतियात
– कम तली हुई चीजें खाएं। तेलीय चीजों को खाने से प्यास ज्यादा लग सकती है।
– सेहरी और इफ्तारी में प्रोटीन और फाइबर वाली चीजें ज्यादा लें, मल्टीग्रेन रोटी, छिलके सहित फल, अंडे, पनीर और चिकन आदि खाएं।
– फाइबर युक्त भोजन प्यास से बचाता है और लंबे समय तक पेट भरा रहता है।

– सहरी के दौरान कैफीन वाली चीजें लेने से बचें। चाय या कॉफी शरीर का पानी सोख लेती हैं और इससे बार-बार प्यास लग सकती है।
– इफ्तार की शुरुआत हल्की चीजों से करें, भारी चीजों से करने से पेट में जलन, उल्टी या पेट दर्द हो सकता है।
– सहरी के वक्त हरी पत्तेदार सब्जियां और सलाद खूब खाएं।
– शाम को रोजा खोलने के बाद धीरे-धीरे हल्का भोजन लें।
– रोजे के बाद फल और जूस लेना ज्यादा फायदेमंद रहेगा।