उत्तर प्रदेश के एटा जिले में जलेसर थाना क्षेत्र में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। युवक की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ, जिसके बाद पुलिस हत्यारों की तलाश में जुट गई थी। एटा पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए प्रदीप हत्याकांड का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक हत्या प्रेम संबंधों के चलते की गई थी।

लाइन में जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाह ने बताया कि 15 मार्च को नगला चांद में प्रदीप कश्यप की गोली मारकर हत्या कर कर दी गई थी। लोकेंद्र समेत आठ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। शनिवार को लोकेंद्र व विनय प्रताप सिंह उर्फ बीनू निवासी नगला चांद को सिकंदराराऊ रोड पर ग्राम सकरा मोड़ के पास पुरानी धर्मशाला से गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने बताया कि प्रदीप के गांव की ही एक युवती से प्रेम संबंध थे। इसी लड़की से दूसरे पक्ष के राजा के भी संबंध थे। यह बात राजा, विकास और तेजवीर उर्फ टोनी, लोकेंद्र, विनय प्रताप सिंह उर्फ बीनू को नागवार गुजरी। इसलिए इन पांचों ने प्रदीप को रास्ते से हटाने का मन बना लिया था।

इसके अलावा मृतक की भतीजी से विनय प्रताप के संबंध थे। 11 मार्च को प्रदीप ने दोनों को आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया था और विनय की काफी बेइज्जती की थी। विनय इस बेइज्जती को सहन नहीं कर पाया और बदला लेने की तैयारी करने लगा।

अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 14 मार्च को गांव में चल रही भागवत कथा में राजा और विकास की मोटरसाइकिल लाखन सिंह निवासी नगला चांद के 12 वर्षीय पुत्र कुलदीप के पैर पर चढ़ गई थी, जिस कारण मृतक प्रदीप का झगड़ा राजा और तेजवीर आदि से हो गया था। जहां से प्रदीप की हत्या का षड्यंत्र रचा गया। अगले दिन 15 मार्च को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। गिरफ्तार लोगों से दो तमंचे बरामद किए गए हैं।