नई दिल्ली: देश में पिछले कई दिनों से पेट्रोल-डीजल के दामों ने आसमान छू रखा है. 14 दिनों में पेट्रोल की कीमत 8.40 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ चुकी हैं. ऐसे में सस्ते पेट्रोल की उम्मीद करना मुश्किल है. लेकिन सरकार ऐसी व्यवस्था करने जा रही है, जिससे आने वाले वक्त में सस्ता पेट्रोल मिल सकता है. इसे लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री ने बड़ा बयान दिया है.

दरअसल, रूस-यूक्रेन जंग के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ कर दिया है कि देश को डिस्काउंट पर फ्यूल चाहिए. रूस के ऑफर के बाद से ही भारत ने सस्ता तेल खरीदना शुरू कर दिया है और भारत, रूस से कच्चे तेल की खरीद जारी रखेगा. इसके मायने ये हैं कि आने वाले दिनों में सस्ते ऑयल से कंपनियों के मार्जिन में भी सुधार होगा. सरकार भी एक्साइज ड्यूटी में राहत दे सकती है. बता दें, देश अपनी जरूरतों का 85 फीसदी तक तेल का आयात करता है

रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद मॉस्को पर कई देशों ने प्रतिबंध लगाए गए हैं. इस बीच वित्त मंत्री ने कहा कि हमने रूसी तेल खरीदना शुरू कर दिया है और कम से कम 3 से 4 दिनों के लिए तेल खरीदा है. उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी ऊर्जा सुरक्षा और अपने देश के हित को सबसे पहले रखूंगी. अगर आपूर्ति छूट पर उपलब्ध है, तो मुझे इसे क्यों नहीं खरीदना चाहिए?’ उन्होंने कहा कि यूरोप ने रूस से एक महीने पहले की तुलना में 15% ज्यादा तेल और गैस खरीदी है. तो हम क्यों न खरीदें.

बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत की तरफ से किए जाने वाले सस्ते रूसी तेल की खरीद का बचाव किया है. हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि मुझे लगता है कि देशों के लिए बाजार में जाना और यह देखना स्वाभाविक है कि उनके लोगों के लिए क्या अच्छे सौदे हैं. उन्होंने कहा कि अगर हम दो या तीन महीने तक प्रतीक्षा करें और वास्तव में देखें कि रूसी गैस और तेल के बड़े खरीदार कौन हैं तो मुझे संदेह है कि सूची पहले की तुलना में बहुत अलग नहीं होगी.

विदेश मंत्री ने ये बयान ब्रिटिश विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रस की मौजूदगी में दिया. जयशंकर को जवाब देते हुए ट्रस ने कहा कि ब्रिटेन रूस से रियायती तेल खरीदने के भारत के फैसले का सम्मान करता है. उन्होंने कहा कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र है और मैं भारत को यह बताने नहीं जा रही हूं कि उसे क्या करना है.