सीहोर. मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उसी अंदाज में दिखाई दिए, जिसके लिए वे जाने जाते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां फुटपाथ पर बैठकर जूते ठीक करने वाले मोची को न केवल गले लगाया, बल्कि उसे 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी भिजवाई. पहले तो शख्स को यकीन नहीं हुआ, लेकिन जब हाथों में चेक आया तो आंखें छलक गईं.
दअरसल, कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिला के तहत नसरूल्लागंज शहर का गौरव दिवस मनाने पहुंचे थे. इस दौरान उनकी नजर चिलचिलाती धूप में फुटपाथ पर बैठे मोची अरुण बढोले पर पड़ी. सीएम चौहान ने काफिला रुकवाया और अरुण का दुख-दर्द जानने पहुंचे. पूरी कहानी सुनने के बाद सीएम चौहान ने चलते-चलते उन्हें गले से भी लगा लियाऔर आगे बढ़ गए.
शख्स को नहीं हुआ यकीन
इस घटना को अरुण भूल गए और फिर अपनी रोजी-रोजी में जुट गए. कुछ दिनों बाद उन्हें नगर परिषद ने बुलाया और कहा कि सरकार ने सहायता राशि भेजी है. इस सूचना से अरुण पहले घबरा गए और वहां जाने से मना कर दिया. लेकिन, उसके बाद नगर परिषद ने उन्हें सम्मान से दोबारा बुलाया और 25 हजार रुपये का चेक दिया.
आंखों में आ गए आंसू
अरुण ने बताया कि पहले तो उसे इस बात पर यकीन नहीं हुआ. लेकिन, जब नगर परिषद ने दोबारा बुलाया और कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उसे रोजगार में मदद के लिए यह राशि भेजी है, तो फिर उसे यकीन हो गया. अरुण के हाथों जब चेक आया, तो वे रो पड़े. उन्हें इसकी उम्मीद ही नहीं थी. उन्होंने सीएम चौहान को धन्यवाद दिया और काम में जी-जान लगाने की बात कही.
अब मामा के साथ-साथ बुलडोजर सीएम भी
बता दें, मुख्यमंत्री शिवराज का स्टाइल अब बदलता जा रहा है. मामा के साथ-साथ अब उन्हें लोग बुलडोजर सीएम भी कहने लगे हैं. ठीक उसी तरह जैसे पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर को कहा करते थे. हालांकि, गौर से ज्यादा चौहान का नाम सुनाई पड़ रहा है. केवल नाम ही सुनाई नहीं पड़ा रहा, बल्कि उनके होर्डिंग्स भी लगने लगे हैं. विधायक रामेश्वर शर्मा ने राजधानी में बुलडोजर सीएम चौहान के होर्डिंग्स लगवाए.