इंदौर. नगर की सड़कों पर पौने तीन करोड़ की इलेक्ट्रिक कार दौड़ेगी। नगर के एक उद्योगपति ने जर्मनी से इस कार को बुलवाया है। पौने तीन करोड़ रुपये की इस कार की टाप स्पीड 270 किमी प्रति घंटे है। आठ महीने के इंतजार के बाद बीते सप्ताह कार की मुंबई में डिलीवरी हुई है। अब आरटीओ में इसके पंजीकरण की प्रक्रिया चालू है। इसका माडल अपडेट करने के लिए ग्वालियर भेजा गया है। इसे खरीदने वाले उद्योगपति का कहना है कि यह भारत की दूसरी कार है। इस माडल की पहली कार मुंबई में पंजीकृत है।

आरटीओ के अनुसार नगर के युवा उद्योगपति संस्कार दरियानी ने विदेशी कार कंपनी पोर्शे की इलेक्ट्रिक सुपर स्पोर्ट्स कार टायकन टर्बो-एस खरीदी है। इसकी फाइल पंजीयन के लिए आरटीओ पहुंची है। चूंकि परिवहन विभाग के सिस्टम पर केवल भारत निर्मित कारें ही होती हैं, इसलिए अब इसका माडल अपडेट किया जाएगा। उसके बाद यह कार इंदौर में पंजीकृत होगी।

यह कार 2.6 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रतिघंटा की स्पीड पकड़ लेती है। इस कार की बैटरी को सिंगल चार्ज करने पर 400 किलोमीटर तक सफर किया जा सकता है। यह कार भारत की दूसरी और मप्र की पहली कार्बन फाइबर और जेड ब्लैक कलर कांबिनेशन वाली इलेक्ट्रिक कार है। इसमें 93.4 केवी-एच की लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है जो 761 पीएस की पावर जनरेट कर सकता है।

एक बटन दबाते ही बढ़ जाती है 30 एमएम ऊंचाई
काफी अध्ययन के बाद इस कार का चुनाव किया है। कार में कई विशेषताएं हैं। वैसे तो इस कार का ग्राउंड क्लीयरेंस 146 एमएम है, लेकिन भारतीय सड़कों के अनुसार एक बटन दबाते ही यह कार करीब 30 एमएम ऊपर उठ जाती है। इसकी बैटरी 4 घंटे में फुल चार्ज हो जाती है।

इसे फास्ट चार्जर से चार्ज करने पर महज 23 मिनट में 5 से 80 फीसद तक चार्ज किया जा सकता है। संस्कार ने बताया कि कंपनी ने बुकिंग के आठ माह बाद कार तैयार कर इसकी डिलीवरी दी है। कार शिप से मुंबई आई थी। कंपनी इसे इंदौर में भी देने वाली थी, लेकिन हमने इसे मुंबई में ही लिया और वहां से चला कर लाए।

255 की स्पीड तक चला चुके
संस्कार ने बताया कि मैं और मेरे पिता दीपक दरियानी इसे लेकर पीथमपुर में बने नेट्रैक्स पर ले गए थे। वहां पर कार अधिकतम 255 की गति पर चल चुकी है। मोड़ पर भी कार की गति 200 किमी प्रति घंटे तक थी। इसे चलाना एक अलग ही अनुभव था।

इनका कहना है
नगर में इलेक्ट्रिक वाहनों का क्रेज बढ़ रहा है। नगर में अब कारों के अलावा इलेक्ट्रिक बसें भी आ गई हैं। इंदौर आरटीओ में कुल 5799 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हैं।