नई दिल्ली. देश के कई राज्यों में पिछले दो दिनों के दौरान प्री मानसून गतिविधियां देखने को मिली. लेकिन फिलहाल भयंकर गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही है. मौसम विभाग के मुताबिक तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की कमी जरूर आई है लेकिन गर्मी का दौर फिलहाल बना रहेगा. लिहाजा उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत में अगले 3-4 दिनों के दौरान लू चलेगी. उधर उत्तर-पूर्वी राज्यों और दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.

पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ और दिल्ली में अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति अगले 16 अप्रैल तक बनी रहेगी. पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में भी भयंकर गर्मी बढ़ने की संभावना है. अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी राजस्थान में और 17 तारीख तक पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में लोग गर्मी से परेशान होंगे. इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग इलाकों में भी लू चलेगी. पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड में भी तापमान बढ़ने वाले हैं.

इन राज्यों में बारिश का अलर्ट
स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, केरल, तमिलनाडु, साउथ कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की बारिश की संभावना है. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में कुछ स्थानों पर भी बारिश के हालात बने हैं. उधर छत्तीसगढ़, दक्षिण ओडिशा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में छिटपुट हल्की बारिश का पूर्वानुमान है.

सामान्य बारिश के लिए 87 सेंमी का मानदंड तय
मौसम विभाग ने 1971-2021 के आंकड़ों के आधार पर दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए एक नया अखिल भारतीय सामान्य बारिश मानदंड ‘868.6 मिमी’ जारी किया है, जिसका उपयोग देश में वर्षा की माप के लिए किया जाएगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने यहां कहा कि यह नया मानदंड दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मौसम के लिए 87 सेंटीमीटर के आसपास रखा गया है, जो 1961-2010 के बारिश के आंकड़ों के आधार पर गणना की गई पूर्ववर्ती 88 सेंमी की सामान्य बारिश से आंशिक रूप से कम है.