आगरा. आगरा में दारोगा पति ने शादी के बाद घर में भी पत्नी पर थानेदारी दिखाने का प्रयास किया। आए दिन बात-बात पर उसे पीट देता था। इससे नाराज होकर पत्नी ने पुलिस में शिकायत कर दी। मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचने पर पत्नी ने पति के सामने शर्त रख दी कि घर में थानेदारी नहीं चलेगी। दारोगा पति ने उसकी बात मानने के साथ ही माफी मांगी। जिसके बाद पत्नी उसके साथ घर जाने को राजी हुई।
तीन वर्ष पहले हुई थी शादी
मामला शहर की रहने वाली एक युवती का है। उसकी शादी करीब तीन वर्ष पहले दारोगा से हुई है। पति गैर जिले में तैनात है। पत्नी करीब एक वर्ष से मायके में रह रही थी। उसने दारोगा पति के खिलाफ पिछले महीने एसएसपी के यहां शिकायत की। पति पर शराब पीकर आए दिन मारपीट करने का आरोप लगाया। मामला काउंसलिंग के लिए परिवार परामर्श केंद्र भेजा गया।
रविवार को पति-पत्नी दोनों काउंसलिंग को आए थे। पत्नी ने काउंसलर को बताया कि दारोगा पति रात में अक्सर नशा करके आते हैं। वह विरोध करती है तो उसे बुरी तरह पीटते हैं। वह घर में थानेदारी दिखाते हैं। करीब दो वर्ष तक जब पति के रवैये में बदलाव नहीं आया तो वह मायके चली आई। पत्नी का काउंसलर के सामने पति से कहना था कि वह घर में थानेदारी नहीं दिखाएंगे।नशा करके घर नहीं आएंगे। दारोगा पति द्वारा अपने व्यवहार में बदलाव का आश्वासन देने और पत्नी से माफी मांगने के बाद वह उनके साथ गई।
गृहस्थी का मैनेजमेंट नहीं कर सकी एमबीए विवाहिता, करनी पड़ी काउंसिलिंग
एमबीए विवाहिता पति के साथ गृहस्थी का मैनेजमेंट नहीं कर सकी। मामला पुलिस तक पहुंचने पर उनकी काउंसलिंग करनी पड़ी। विवाहिता ने काउंसलर को बताया कि उनकी शादी करीब चार वर्ष पहले हुई है। वह अपना बुटिक आदि चलाती है। जबकि पति प्रापर्टी का काम करता है।
उसने शादी से पहले ही पति को बता दिया था कि वह गांव में नहीं रहेगी। पति अब गांव में शिफ्ट होना चाहता है। पति ने काउंसलर को बताया कि कारोबार सही न होने के चलते वह गांव में रहना चाहता है। जिस पर पत्नी ने कहा कि आर्थिक स्थिति सही होने तक वह भी अपना काम करेगी। काउंसलर के समझाने पर पति ने गांव में रहने का इरादा बदल दिया।