मेरठ। मेरठ के ब्रह्मपुरी में सराफ पिता की हत्या करने वाला आरोपी बेटा रातभर थाने की हवालात में हंसता रहा। नशा उतरने के बाद भी उसे कोई पछतावा नहीं हुआ। रविवार को पुलिस ने उसका मेडिकल कराया। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

हत्यारोपी पर तीन केस दर्ज हुए हैं। एक केस विनोद के छोटे बेटे की तहरीर पर हत्या का, दूसरा पुलिस पर जानलेवा हमले का है और तीसरा इंस्पेक्टर ब्रह्मपुरी, सुभाष अत्री ने शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज कराया है। वहीं, गमगीन माहौल में परिजनों ने सराफ के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

ब्रह्मपुरी में शनिवार रात सराफ विनोद वर्मा की उसके बेटे कृष्ण वर्मा ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसने पुलिस पर भी हमला किया था। हत्यारोपी बेटा रात भर हवालात में हंसता रहा। सुबह नशा उतरा तो पुलिस ने पूछताछ की।

आरोपी ने बताया कि वह अपनी पत्नी से पैसे मांग रहा था। तभी उसके पिता वहां पहुंच गए। उन्हें गोली लग गई। ब्रह्मपुरी पुलिस ने परिवार के लोगों को भी थाने में बुलाया और विवाद का कारण पूछा। परिजनों ने बताया कि दो दिन से कृष्ण घर में पैसे को लेकर झगड़ा कर रहा था। शनिवार रात कृष्ण अपनी पत्नी को पीटने लगा और उसकी हत्या करने के लिए फायरिंग की थी।

रविवार को विनोद वर्मा के शव का पोस्टमार्टम हुआ और फिर परिजनों ने गमगीन माहौल में उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया। परिजनों का रोकर बुरा हाल था।

वे बार-बार कह रहे थे कि परिवार कैसे चलेगा। विनोद को बेटे ने मार दिया और बेटा पिता की हत्या के मामले में जेल चला गया। हत्यारोपी कृष्ण की पत्नी और तीनों बच्चे भी विलाप करते रहे।

परिजनों में कृष्ण को लेकर बेहद गुस्सा था। वह बार-बार पुलिस से बोल रहे थे कि उसकी शक्ल नहीं देखनी है। आप उसे गोली मार दो। उसने जो किया, बहुत बुरा किया। पूरा परिवार तबाह हो गया, इस दिन के लिए उसे नहीं पाला था।
इस सनसनीखेज वारदात को लेकर ब्रह्मपुरी में सराफ के घर पर लोगों का तांता लगा रहा। अधिकतर लोग यही कहते रहे कि बेटे कृष्ण ने यह क्या कर दिया। हंसते खेलते परिवार को बर्बाद कर दिया। दो पुलिसकर्मी दिन में सराफ के घर पर रहे। लोगों का कहना कि जुआ खेलने से बिगड़े बेटे ने यह वारदात की है।