मेरठ। मेरठ पुलिस के लगातार प्रयास के बाद भी पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके दोनों बेटे और पत्नी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहे हैं। पुलिस अब उनको भगौड़ा घोषित करने की तैयारी कर रही है। वहीं, उनके कुछ और रिश्तेदारों का पुलिस को पता चला है, जो मीट कारोबार में उनके साथी थे।
भगौड़ा घोषित करने की तैयारी
अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लि. में बिना अनुमति के पैकेजिंग और प्रोसेसिंग करने के मामले में पूर्व मंत्री याकूब की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। गैर जमानती वारंट के साथ ही उनकी कंपनी और बेटों के खाते सीज किए जा रहे हैं। जांच अधिकारी ने बताया कि अब उनके खिलाफ भगौड़ा घोषित करने की तैयारी है।
कुर्की की कार्रवाई भी संभव
जल्द ही उनके खिलाफ कोर्ट की अवमानना का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा, जिसके बाद कुर्की की कार्रवाई भी शुरू हो जाएगी। प्रक्रिया के तहत मुनादी भी कराई जाएगी। उधर, जांच के दौरान पता चला कि याकूब कुरैशी के कुछ रिश्तेदार उनकी मीट फैक्ट्री में मिलकर काम कर रहे थे। जांच पूरी होने के बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
याकूब सहित 14 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
बता दें कि पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी फरारी के दौरान बीमार हो गए थे। राजस्थान के एक अस्पताल में उनका उपचार कराया गया। हालांकि पुलिस की छापामारी से पहले ही याकूब उपचार कराकर अस्पताल से निकल गए थे। पुलिस अब ईद पर याकूब परिवार का इंतजार कर रही है। माना जा रहा है कि त्योहार मनाने परिवार के लोग घर लौट सकते हैं। गत 31 मार्च को पुलिस और प्रशासन की टीम ने अल फहीम मीटेक्स प्रा. लि. में छापा मारकर करीब पांच करोड़ कीमत का मीट बरामद किया था।
याकूब उनकी पत्नी शमजिदा, बेटे फिरोज और इमरान कुरैशी समेत 14 लोगों पर मुकदमा किया। दस लोगों को जेल भेजने के साथ याकूब और उनके परिवार का वारंट जारी कराया। घटना के बाद याकूब और उनका परिवार फरार है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि याकूब की लोकेशन राजस्थान में मिली थी। वहां वह बीमार होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। पुलिस की दबिश से पहले ही रिश्तेदारों के साथ वहां से निकल गए।