मेरठ. मेरठ जनपद के फलावदा में हुई कक्षा आठवीं की छात्रा की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस का दावा है कि सिरफिरे रोहित ने हत्या से पहले नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म की वारदात कबूल की है। सोमवार को पुलिस ने हत्यारोपी को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेजा गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी के बयान के आधार पर दुष्कर्म की धारा (376) बढ़ा दी गई है। पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
रविवार को फलावदा के एक गांव में मूल रूप से मुरादनगर के बड़का गांव निवासी रोहित ने नाबालिग छात्रा की हत्या कर दी थी। फलावदा थानाध्यक्ष वरुण शर्मा ने बताया कि रोहित ने पूछताछ में बताया है कि दोपहर में किशोरी घर पर अकेली थी, तभी वह उनके यहां पर पहुंचा। वहीं खाना खाया और दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या कर दी। रोहित ने किशोरी से प्रेम-प्रसंग भी बताया है।
दूसरे युवक से बात करने से नाराज था रोहित
पुलिस के मुताबिक रोहित ने बताया कि पांच दिन पहले एक युवती ने बताया था कि छात्रा दूसरे युवक से बात करती है। इसे वह बर्दाश्त नहीं पाया। उसने छात्रा को फोन किया। छात्रा ने इसे झूठ बताया पर रोहित को भरोसा नहीं हुआ और हत्या कर दी।
मेरठ जनपद के बातनौर गांव में आठवीं की छात्रा रजनी की हत्या के बाद आरोपी रोहित करीब आधे घंटे तक अंदर कमरे में शव के पास ही रहा। हत्या के बाद वह भागा नहीं और न ही ग्रामीणों के शोर मचाने पर कमरे का दरवाजा खोला। लोग दीवार तोड़कर अंदर घुसे तो रजनी का शव देख चीख पड़े। ग्रामीणों ने पास ही खड़े रोहित को पकड़कर पीटा जिससे वह लहूलुहान हो गया।
पुलिस के अनुसार रोहित छात्रा के पड़ोसी सुभाष का भांजा है। वह काफी दिन से बातनौर में ही रहता था। रजनी के पिता ओमवीर की तहरीर के अनुसार रविवार को जब वह काम पर चले गए तो रोहित उनके घर में घुस गया और रजनी को बदनीयती से अंदर खींच कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। रजनी विरोध कर खुद को छुड़ाने की कोशिश करती रही। बाहर रजनी का आठ साल का भाई यह देख शोर मचाता रहा और अंदर रोहित ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
लोगों ने जब बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनी तो कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन हत्यारोपी रोहित ने कुंडी नहीं खोली। ग्रामीणों ने हथौड़े से दीवार तोड़ी तो अंदर का मंजर देख खून खौल उठा। रोहित को भीड़ ने बेहोश होने तक पीटा। पुलिस ने उसे भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर सीएचसी में भर्ती कराया।