मेरठ. मेरठ के इंचौली थानाक्षेत्र के चिंदौड़ी गांव में एक युवक की 22 साल पहले शादी हुई थी। शादी के बाद दोनों के तीन बच्चे हैं। इस बीच युवक का गांव निवासी दूसरे धर्म की महिला से प्रेम प्रसंग हो गया। महिला भी शादीशुदा है और उसके चार बच्चे हैं।

मामले की जानकारी मिलने पर दोनों परिवार के दंपती में मनमुटाव होने लगा और रिश्ते टूटने की कगार पर आ गए। सोमवार को अवैध संबंध का आरोप लगाते हुए महिला का अपने पति से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि पत्नी ने पीआरवी को मामले की जानकारी दी।

सूचना पर पहुंची पुलिस दंपती को लावड़ चौकी ले आई। दोनों ने एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए और अलग होने का निर्णय लिया। मासूम बच्चे माता पिता को लड़ते देखते रहे। मासूम बच्चों को देख पुलिस ने मध्यस्था करने का निर्णय लिया और दोनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। पुलिस ने किसी तरह दोनों के विवाद का निपटारा किया। इसके बाद चौकी में ही दंपती ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और भविष्य में कभी भी अलग न होने का निर्णय लिया।

आमतौर पर खाकी के गलत कार्यों की चर्चा होती है, लेकिन मंगलवार को पुलिस ने मानवीयता का चेहरा दिखाते हुए दो परिवारों को टूटने से बचाया। क्षेत्र में पुलिस की इस कार्यप्रणाली की जमकर सराहना हो रही है।

चौकी प्रभारी प्रवीन चौधरी ने बताया कि दंपती अलग होने का निर्णय बना चुके थे। ऐसे में दोनों परिवार के सात मासूम बच्चों का सवाल था। जिस पर पुलिस ने अहम भूमिका निभाते हुए दोनों परिवारों को टूटने से बचाया।