हस्तिनापुर. हस्तिनापुर मेरठ और नांगल सोती बिजनौर में बुधवार को पांच युवक गंगा में डूब गए। दोनों जगह तीन युवकों को स्थानीय लोगों ने बचा लिया। पीएसी के गोताखोर और स्थानीय ग्रामीण गंगा में डूबे युवकों की तलाश कर रहे हैं। हस्तिनापुर में हादसा बुधवार दोपहर करीब एक बजे भीमकुंड पुल के नीचे हुआ। डूबने वाले वाजिद (25), फुरकान (20) और शाहरुख (23) बिजनौर के गांव बास्टा के रहने वाले थे। वाजिद दिल्ली में एक प्राइवेट बैंक में नौकरी करता था। खेतों में काम कर रहे किसानों ने इन्हें गहरे पानी में नहाता देख रोका था, लेकिन ये नहीं माने। जिस जगह ये कूदे, वहां गहराई अधिक थी और पानी का बहाव भी तेज था। बाद में शोर सुनकर पहुंचे किसानों ने आसिफ (25) को सुरक्षित बचा लिया।

नांगल सोती बिजनौर में डूबे युवक रियाज (19) और अबुल हसन (20) गांव खुराहेड़ी चंदक क्षेत्र के रहने वाले थे। इनके रिश्तेदार दो सगे भाइयों शाहनवाज (24) और उसके भाई शादाब निवासी लालपुर सोजीमल को स्थानीय मछुआरे शराफत और उसके साथियों ने बचा लिया। ये चारों सोजीमल से गंगा पार घूमने गए थे। लौटते समय गंगा में पानी बढ़ गया और तेज धारा में बहने लगे थे।

आसिफ की मदद से परिजनों को सूचना दी गई।
हस्तिनापुर। घटना की जानकारी मिलने पर हस्तिनापुर और चांदपुर की टीम पहुंची। 44वीं वाहिनी पीएसी के गोताखोरों की टीम भी बचाव के लिए पहुंची, मगर घंटों तलाश के बावजूद उनका पता नहीं चल पाया। हस्तिनापुर थाना प्रभारी मुनीश पाल ने बताया कि तलाश जारी है। एसडीएम अमित कुमार गुप्ता, सीओ मवाना उदय प्रताप सिंह सहित अन्य अफसरों ने भी पहुंचकर युवकों के बारे में जानकारी ली।

गंगा पार करते समय पानी बढ़ने से फंस गए तेज बहाव में
नांगलसोती। लालपुर सोजी निवासी दो भाई और उनके दो रिश्तेदार गंगा पार घूमने गए थे। इस दौरान लौटते समय जब से गंगा पार कर रहे थे, तभी अचानक पानी बढ़ गया। दो को तो लोगों ने बचा लिया लेकिन दो डूब गए।
गांव लालपुर सोजीमल निवासी शाहनवाज, उसका भाई शादाब अपने दो संबंधियों गांव खुराहेड़ी चंदक निवासी रियाज और अबुल हसन सैर सपाटे के लिए निकल गए।

गांव लालपुर सोजीमल से करीब एक किलोमीटर के फासले पर गंगा पार कर चारों युवक पलेज क्षेत्र में घूमने गए। बताया जाता है कि वापसी के दौरान गंगा पार करते समय अचानक गंगा में पानी बढ़ने से चारों युवक गंगा की तेज धारा में बहने लगे। संयोग से पास में काम कर रहे मछुआरे शराफत ने अपने साथियों की मदद से शाहनवाज और शादाब को बचा लिया। गंगा में डूबे शाहनवाज के साले रियाज और संबंधी अबुल हसन का देर शाम तक पता नहीं चल सका। सूचना मिलते ही सीओ गजेंद्र पाल सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार को लापता दोनों युवकों की गोताखोरों के माध्यम से तलाश कराने के निर्देश दिए।