इंदौर. केन्द्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की किताब का लोकार्पण करने गुरुवार को इंदौर पहुंचे. लोकार्पण कार्यक्रम में उन्होंने जीवन के ऐसे-ऐसे राज खोले कि श्रोता हंस-हंस कर लोट-पोट हो गए. इस बहाने केंद्रीय मंत्री गडकरी ने नेताओं को स्वागत-सत्कार से दूर रहने की नसीहत भी दी. इंदौर के लाभ मंडपम में दिए उनके इस भाषण का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

लोकार्पण कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा- ‘वे जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब उनके स्वागत के लिए भारी भीड़ उमड़ती थी. लोग स्वागत के लिए टूट पड़ते थे. इस दौरान उनकी तीन बार जेब भी कटी, लेकिन उन्होने बदनामी के डर कभी किसी को ये बात नहीं बताई, क्योंकि एक राष्ट्रीय अध्यक्ष की जेब कटना मामूली बात नहीं थी. इसलिए मन ही मन संकल्प ले लिया कि अब कपड़ों में पॉकेट ही नहीं रखूंगा.’ उनका इतना कहना था कि पूरा हॉल हंसी से गूंज उठा.

इसके आगे गडकरी ने कहा- ‘मुझे जेड प्लस सुरक्षा है. इसलिए 40 से 50 जवान मुझे घेरकर चलते हैं. इसलिए लोग अब पास भी नहीं आ पाते हैं. नेताओं को भी दिखावे से दूर रहना चाहिए. उन्होने पार्टी नेताओं को स्वागत के दौरान हार न पहनने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि ये फिजूलखर्ची है. एक कार्यक्रम में सिर्फ एक हार ही पहनाया जाना चाहिए.’

इस बात पर हंसी जनता
उन्होंने एक बार फिर उदाहरण दिया तो जनता हंसने लगी. उन्होंने कहा- ‘एक बार नागपुर नगर निगम ने उनका स्वागत कार्यक्रम रखा, जिसमें 138 कार्पोरेटरो ने फूलों की माला से मुझे लाद दिया. जब मैंने पूछा कि इतने हार कहां से आए तो पता चला कि ये नगर निगम के पैसों से आए हैं और नगर निगम ने जो बिल लगाया होगा वो निश्चित तौर पर मालाओं के कीमत से कई गुना ज्यादा लगाया होगा. इसलिए मैंने हार माला पहनना बंद कर दिया. अपने कटआउट लगवाना भी बंद कर दिया है.’

नेताओं को मिली ये नसीहत
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने नेताओं को नसीहत दी कि बीजेपी की पहचान ‘पार्टी विद डिफरेंस है’, ऐसे में ‘पार्टी विथ ए डिफरेंट करेक्टर’ ये हमारी पहचान होना चाहिए. नेताओं को इसमें सयंम बरतने की आवश्यक्ता है. आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव के तहत इंदौर में उन्होंने 101 फीट के तिरंगे झंडे को भी फहराया. साथ ही लोगों को राष्ट्रीय एकता,अखंडता और संप्रभुता की शपथ दिलाई .