कानपुर. कानपुर में तकरीबन करीब 50 साल से अपने मकानों पर काबिज लोगों के आशियाने पर शनिवार को कानपुर विकास प्राधिकार का बुलडोजर चला। केडीए अफसरों ने अतिक्रमण गिराने की कार्रवाई की। जिसके विरोध में इलाके के लोग आ गए और जमकर पथराव किया। इस दौरान केडीए के बुलडोजर को भी निशाना बनाया। इससे वहां भगदड़ मच गई। सूचना पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और किसी तरह आक्रोशित भीड़ को शांत कराया।
यह था मामला
दरअसल, लाल बंगला में आज दोपहर केडीए की टीम दल-बल के साथ पहुंची। पहले तो अफसरों ने वहां के लोगों से खुद ही अपना अतिक्रमण हटाने की गुजारिश की। इसके बाद बुलडोजर से अवैध अतिक्रमण गिराने लगे। यह देख वहां भगदड़ मच गई। इलाके के लोगों ने नारेबाजी करते हुए केडीए टीम पर पथराव कर दिया। इस कारण अफसरों व कर्मियों को बैकफुट पर आना पड़ा।
रजिस्ट्री के बावजूद गिरा दी दुकानें स्थानीय लोगों का कहना है कि वह लोग करीब 50 सालों से यहां काबिज है। उनके पास रजिस्ट्री भी है। इसके बावजूद केडीए ने बिना किसी सूचना के कार्रवाई की और दो दुकानें गिरा दी। लोगों का कहना था कि उन्हें ये भी नहीं बताया गया कि अतिक्रमण कहां हुआ है। बवाल की सूचना मिलने पर कैंट सर्कल की फोर्स वहां पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझा कर शांत कराया।
पहले भी हो चुके हैं हमले
यह कोई पहला मौका नहीं है कि अवैध अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हमला किया गया हो। इसके पहले भी शहर के कई इलाकों में केडीए व नगर निगम टीमों को विरोध का सामना झेलना पड़ा है। हाल ही में जीटी रोड पर कल्याणपुर में झुग्गी-झोपड़ी हटाने गई नगर निगम टीम को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा, जूही, नौबस्ता, बजरिया सहित अन्य थानाक्षेत्रों में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।