गोरखपुर: उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव के मद्देनजर प्रदेशभर में तैयारियां चल रही हैं. प्रशासन भी सफलतापूर्वक चुनाव संचालन के लिए पूरी तरीके से तैयार है. सभी पदों के लिए मतपत्र आ चुके हैं. साथ ही, चुनाव चिन्ह भी चुन लिए गए हैं. इस बार प्रधान पद के दावेदारों ने तोप, त्रिशूल, खड़ाऊं जैसे चिन्हों के साथ मैदान में उतरने का फैसला लिया है. वहीं, जिला पंचायत सदस्य के दावेदार आरी, गिलास, कैंची जैसे चिन्ह लेकर मैदान में उतरने वाले हैं. इसके अलावा, बीडीसी सदस्य पद के उम्मीदवारों ने तलवार और शहनाई को अपना चुनाव चिन्ह चुना है.
गौरतलब है कि इस साल के पंचायत चुनाव में उन्हीं चुनाव चिन्हों का प्रयोग किया जा रहा है, जो 2010 में लागू किए गए थे. जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत प्रधान पद के लिए कुल 48 चुनाव चिन्ह निर्धारिक किए गए हैं. वहीं, जिला पंचायत सदस्य पद के लिए उम्मीदवारों के सामने 45 चिन्हों का विकल्प होगा. इसी तरह, बीडीसी सदस्य पद के प्रत्याशियों को 36 प्रकार के चिन्ह आवंटित किए जाएंगे.
दावेदारों के पास नहीं होगा चिन्ह चयन का विकल्प
जानकारी के मुताबिक, किसी भी उम्मीदवार के पास खुद से चिन्ह चुनने का ऑप्शन नहीं दिया जाएगा. दावेदारों के नाम के पहले अक्षर से ही निर्वाचन अधिकारी उन्हें चुनाव निशान आवंटित कर देंगे.
किसान, इमली, तांगे जैसे चिन्ह
बता दें, ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 18 तरह के चुनाव निशान निर्धारित किए किए गए हैं. बताया जा रहा है कि ज्यादातर चुनाव चिन्ह ऐसे हैं, जिनका लोग रोज अपनी जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं, ताकि लोग इन निशानों से परिचित हों. कई सालों से प्रचलित चिन्ह जैसे इमली, अनाज बोता या काटता किसान, कन्नी, आदि 2021 के चुनाव में भी नजर आएंगे. इसके अलावा, गांवों का फेमस तांगा भी चुनाव चिन्ह के रूप में देखा जा सकेगा.
ये हैं प्रधान पद के लिए निर्धारित निशान
अनाज ओसाता हुआ किसान इमली कार
किताब कैमरा कैरम बोर्ड
कोट खड़ाऊं गदा
गले का हार घंटी चारपाई
चूड़ियां छत का पंखा टेबल लैंप
टोकरी डेस्क ड्रम
तांगा तोप त्रिशूल
दरवाजा धनुष धान का पेड़
पत्तियां पहिया पालकी
पुल फावड़ा फुटबॉल
फूल और घास बल्लेबाज बस
बांसुरी बाल्टी बिजली का खंभा
बिजली का बल्ब बेंच बैलगाड़ी
भवन मोटरसाइकिल मोमबत्ती
भुट्टा रिंच लिफाफा
वायुयान हथौड़ा
बीडीसी सदस्य के दावेदारों को मिलेंगे ये निशान
आटा चक्की ईंट कड़ाही
कांच का गिलास कुंआ केले का पेड़
गुल्ली-डंडा गेंद और हॉकी चकला बेलन
चिड़िया का घोसला जीप टर्च
टेबिल फैन टैंक टोपी
तलवार दमकल नारियल
पतंग पानी का जहाज प्रेस
फ्रॉक भगौना रेल का इंजन
लड़का-लड़की लेटर बॉक्स शहनाई
सरौता सिलाई मशीन स्टूल
स्लेट हंसिया हारमोनियम
जिला पंचायत सदस्य के दावेदार
वहीं, जिला पंचायत सदस्य के दावेदारों को केतली,बल्ला, खजूर का पेड़, गमला, गिटार, घुड़सवार, छड़ी, छाता, झोपड़ी, कैंची, क्रेन, टेलीविजन, ट्रैक्टर, ढोलक, तरकस, तराजू, ताला-चाबी, थरमस, नाव, पिस्टल, फावड़ा-बेल्चा, टाइपराइटर, टेलीफोन, मछली, रेडियो, रोड रोलर, आरी, उगता सूरज, कप और प्लेट, कलम और दवात, कुल्हाड़ी, चश्मा, लट्टू, लाउड स्पीकर, वृक्ष, सिर पर कलश लिए स्त्री, सीटी, सैनिक, शेर, सितारा, स्कूटर, हाथ-ठेला, हल, हेलीकाप्टर, फसल काटता किसान, जैसे निशान आवंटित किए जाएंगे.
यूपी में पंचायत चुनाव के लिए चुनाव चिन्ह जारी, जाने किस-किस पर लड़ेंगे चुनाव
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव के मद्देनजर प्रदेशभर में तैयारियां चल रही हैं. प्रशासन भी सफलतापूर्वक चुनाव संचालन के लिए पूरी तरीके से तैयार है. सभी पदों के लिए मतपत्र आ चुके हैं. साथ ही, चुनाव चिन्ह भी चुन लिए गए हैं. इस बार प्रधान पद के दावेदारों ने तोप, त्रिशूल, खड़ाऊं जैसे चिन्हों के साथ मैदान में उतरने का फैसला लिया है. वहीं, जिला पंचायत सदस्य के दावेदार आरी, गिलास, कैंची जैसे चिन्ह लेकर मैदान में उतरने वाले हैं. इसके अलावा, बीडीसी सदस्य पद के उम्मीदवारों ने तलवार और शहनाई को अपना चुनाव चिन्ह चुना है.
गौरतलब है कि इस साल के पंचायत चुनाव में उन्हीं चुनाव चिन्हों का प्रयोग किया जा रहा है, जो 2010 में लागू किए गए थे. जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत प्रधान पद के लिए कुल 48 चुनाव चिन्ह निर्धारिक किए गए हैं. वहीं, जिला पंचायत सदस्य पद के लिए उम्मीदवारों के सामने 45 चिन्हों का विकल्प होगा. इसी तरह, बीडीसी सदस्य पद के प्रत्याशियों को 36 प्रकार के चिन्ह आवंटित किए जाएंगे.
दावेदारों के पास नहीं होगा चिन्ह चयन का विकल्प
जानकारी के मुताबिक, किसी भी उम्मीदवार के पास खुद से चिन्ह चुनने का ऑप्शन नहीं दिया जाएगा. दावेदारों के नाम के पहले अक्षर से ही निर्वाचन अधिकारी उन्हें चुनाव निशान आवंटित कर देंगे.
किसान, इमली, तांगे जैसे चिन्ह
बता दें, ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 18 तरह के चुनाव निशान निर्धारित किए किए गए हैं. बताया जा रहा है कि ज्यादातर चुनाव चिन्ह ऐसे हैं, जिनका लोग रोज अपनी जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं, ताकि लोग इन निशानों से परिचित हों. कई सालों से प्रचलित चिन्ह जैसे इमली, अनाज बोता या काटता किसान, कन्नी, आदि 2021 के चुनाव में भी नजर आएंगे. इसके अलावा, गांवों का फेमस तांगा भी चुनाव चिन्ह के रूप में देखा जा सकेगा.
ये हैं प्रधान पद के लिए निर्धारित निशान
अनाज ओसाता हुआ किसान इमली कार
किताब कैमरा कैरम बोर्ड
कोट खड़ाऊं गदा
गले का हार घंटी चारपाई
चूड़ियां छत का पंखा टेबल लैंप
टोकरी डेस्क ड्रम
तांगा तोप त्रिशूल
दरवाजा धनुष धान का पेड़
पत्तियां पहिया पालकी
पुल फावड़ा फुटबॉल
फूल और घास बल्लेबाज बस
बांसुरी बाल्टी बिजली का खंभा
बिजली का बल्ब बेंच बैलगाड़ी
भवन मोटरसाइकिल मोमबत्ती
भुट्टा रिंच लिफाफा
वायुयान हथौड़ा
बीडीसी सदस्य के दावेदारों को मिलेंगे ये निशान
आटा चक्की ईंट कड़ाही
कांच का गिलास कुंआ केले का पेड़
गुल्ली-डंडा गेंद और हॉकी चकला बेलन
चिड़िया का घोसला जीप टर्च
टेबिल फैन टैंक टोपी
तलवार दमकल नारियल
पतंग पानी का जहाज प्रेस
फ्रॉक भगौना रेल का इंजन
लड़का-लड़की लेटर बॉक्स शहनाई
सरौता सिलाई मशीन स्टूल
स्लेट हंसिया हारमोनियम
जिला पंचायत सदस्य के दावेदार
वहीं, जिला पंचायत सदस्य के दावेदारों को केतली,बल्ला, खजूर का पेड़, गमला, गिटार, घुड़सवार, छड़ी, छाता, झोपड़ी, कैंची, क्रेन, टेलीविजन, ट्रैक्टर, ढोलक, तरकस, तराजू, ताला-चाबी, थरमस, नाव, पिस्टल, फावड़ा-बेल्चा, टाइपराइटर, टेलीफोन, मछली, रेडियो, रोड रोलर, आरी, उगता सूरज, कप और प्लेट, कलम और दवात, कुल्हाड़ी, चश्मा, लट्टू, लाउड स्पीकर, वृक्ष, सिर पर कलश लिए स्त्री, सीटी, सैनिक, शेर, सितारा, स्कूटर, हाथ-ठेला, हल, हेलीकाप्टर, फसल काटता किसान, जैसे निशान आवंटित किए जाएंगे.