मेरठ में सोमवार को महाराणा प्रताप जयंती के दौरान सड़क पर हथियार लहराने पर दो केस दर्ज हुए हैं। इसमें पूर्व छात्रसंघ नेता दुष्यंत तोमर के साथ अन्य भाजपा नेताओं पर पुलिस ने देर रात केस दर्ज किया। बिना अनुमति शोभायात्रा निकाली गई, साथ ही हथियार भी लहराए।
शोभायात्रा के दौरान तलवारे लहराने का वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसके बाद अब पुलिस हरकत में आ गई है और पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
थाना सिविल लाइन और मेडिकल थाना क्षेत्र में महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर बिना अनुमति शोभायात्रा निकाली गई। इन शोभायात्रा में तलवार भी लहराई गई। खुलेआम सड़क पर शस्त्र प्रदर्शन को लेकर पुलिस सख्त हो गई है। मेडिकल और सिविल लाइन में दर्जनों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए गए हैं। मुंडाली से सिसौली गांव से लेकर बच्चा पार्क तक भाजपा नेताओं और राजपूत समाज के लोगों ने शोभायात्रा निकाली। इसमें पूर्व विधायक भाजपा नेता संगीत सोम भी शामिल हुए। पुलिस के अनुसार यह शोभायात्रा बिना अनुमति के निकाली गई।
पुलिस ने शोभायात्रा की वीडियोग्राफी कराई। मेडिकल थाने में जिला पंचायत सदस्य के बेटे और मेरठ कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दुष्यंत तोमर और आकाश के नाम पर एफआईआर हुई है। सिविल लाइन थाने में शोभायात्रा निकालने वाले प्रशांत प्रताप सिंह भी मुकदमा हुआ। कुछ अन्य अज्ञात पर भी केस दर्ज हुआ है।
मुकदमा होते ही सेटिंग में जुटे भाजपाई
मुकदमा दर्ज होने की सूचना जैसे ही भाजपा नेताओं को मिली तो लखनऊ तक फोन घनघनाने शुरू हो गए। भाजपा नेताओं ने सेटिंग शुरू कर दी। वहीं दुष्यंत तोमर का कहना है कि शोभायात्रा में असली नहीं बल्कि आर्टिफिशियल तलवार कुछ युवकों ने ली थी।
एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि कुछ शोभायात्राएं बिना अनुमति निकाली गई हैं, उनमें हथियार लहराने के वीडियो भी संज्ञान में आए हैं। सड़क पर बिना अनुमति शस्त्र प्रदर्शन करने वालों की शिनाख्त करके उन पर कार्रवाई भी की जाएगी।