मेरठ. हाजी याकूब कुरैशी की मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। अब पुलिस याकूब कुरैशी और उनके परिवार की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। पुलिस का कहना है कि यदि याकूब और उनके परिवार के सदस्यों ने 20 दिन के भीतर सरेंडर नहीं किया या गिरफ्तारी नहीं दी तो उन पर दूसरा मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
मेरठ में एफआईआर की अर्जी खारिज होने के बाद से पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और परिवार पर पुलिस की कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। कुर्की वारंट के बाद अब याकूब और उनके परिवार की घेराबंदी पुलिस ने मजबूत कर ली है। याकूब परिवार गिरफ्तार होगा तो पुलिस गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कर उनकी संपत्ति को जब्त कर सकती है। गिरफ्तार या सरेंडर नहीं होने पर कुर्की के कार्रवाई के दौरान बसपा नेता के घर का सामान पुलिस ले जाएगी।
कुर्की वारंट चस्पा
मेरठ में मीट फैक्टरी मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री हाजी याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान, फिरोज उर्फ भूरा समेत सात लोगों के खिलाफ कोर्ट ने कुर्की वारंट जारी किए जा चुके हैं। हाल ह में पुलिस की टीम ने सराय बहलीम में याकूब कुरैशी के घर पर ढोल बजाकर मुनादी कराई और कुर्की नोटिस चस्पा किया था। अब याकूब और उनके परिवार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिलने पर उनकी घेराबंदी पुलिस ने कर ली है।
सरंक्षण देने वालों पर भी होगी कार्रवाई
31 मार्च को पुलिस और प्रशासन की टीम ने हापुड़ रोड स्थित मीट फैक्टरी में छापामारी कर करीब 5 करोड़ कीमत का मीट पकड़ा था। बताया गया कि यह मीट अभी भी फैक्टरी के अंदर फ्रीज में रखा हुआ है।
पुलिस ने बताया कि याकूब व उनके परिवार की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है, लेकिन वह लगातार चकमा देकर इधर-उधर भाग रहे हैं। पुलिस की ओर से चेतावनी दी गई कि यदि याकूब या उनके परिवार को किसी ने भी संरक्षण दिया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
मैनेजर और मीट सप्लायर के यहां भी नोटिस चस्पा
मामले में विवेचक इंस्पेक्टर किठौर अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि याकूब के परिवार के अलावा मीट फैक्टरी के मैनेजर अमित त्यागी निवासी शास्त्रीनगर, मीट सप्लायर फैजाब निवासी घोसीपुर खरखौदा और मुजीम निवासी नरहेड़ा खरखौदा के घर भी नोटिस चस्पा कराए गए हैं। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है, लेकिन उनका सुराग नहीं लगा रहा।
यह है मामला
हापुड़ रोड पर पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की फैक्टरी में अवैध तरीके से मीट की पैकिंग हो रही थी। इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों को मौके से ही गिरफ्तार किया था। इस मुकदमे में याकूब कुरैशी के परिवार के साथ उनकी फैक्टरी के मैनेजर अमित त्यागी, सप्लायर फैजाब व मुजीब को नामजद कर दिया था। याकूब के परिवार को कोर्ट से अभी तक कोई राहत नहीं मिली है। गिरफ्तारी के दबिश देने के साथ-साथ पुलिस ने याकूब और उनके परिवार को घेरने के लिए कानूनी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार इस मामले में याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी शमजिदा, बेटे इमरान, फिरोज समेत 17 आरोपी है। जिसमें से छापे के दौरान दस आरोपी गिरफ्तार हुए थे। इनमें से पांच जमानत पर बाहर आ चुके हैं। याकूब समेत सात आरोपी की तलाश में पुलिस की दबिश जारी है। याकूब और उसके बेटे फिरोज उर्फ भूरा और इमरान ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी, जिस पर 17 मई को सुनवाई होनी तय है।
पुलिस का कहना है कि याकूब परिवार गिरफ्तार होगा तो वह गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज करके आगे की कार्रवाई करेंगे। याकूब व उनके परिवार ने गिरफ्तारी नहीं दी तो पुलिस जल्द ही कुर्की के आदेश लेकर उनके घर का सामान अपने कब्जे में लेंगे। एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि कानूनी प्रकिया के तहत ही याकूब और उनके परिवार पर कार्रवाई की जा रही है।