अमरोहा. उत्तर प्रदेश के अमरोहा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां एक दूल्हा बारात लेकर थाने पहुंच गया और अपने चचेरे भाई के रिहा होने तक अपनी शादी रोके रखी. हालांकि जब ये जानकारी दुल्हन के परिजनों को मिली तो उन्होंने दूल्हे और उसके घरवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
थाने पहुंच दूल्हे ने क्या रखी शर्त?
बता दें कि दूल्हा नन्हे सिंह दुल्हन को लेने घर से तो निकला लेकिन बारात को दीदौली पुलिस स्टेशन के सामने रोक दिया. यह देख कुछ लोग हैरान रह गए. पुलिस स्टेशन के बाहर बारात खड़ी देख जब पुलिस अधिकारियों ने दूल्हे से पूछा तो उसने कहा कि जब तक उसके चचेरे भाई अंकित को रिहा नहीं किया जाता, वह बारात लेकर आगे नहीं बढ़ेगा.
दुल्हन के पिता ने दर्ज कराई थी शिकायत
दीदौली थाने के एसएचओ सुनील मलिक ने कहा कि दुल्हन के पिता ने अंकित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने हाथापाई में घायलों को अस्पताल भेजा, जबकि अंकित को हिरासत में लिया गया.
पुलिस ने दिया कानूनी प्रकिया का हवाला
एसएचओ ने कहा कि हम कुछ नहीं कर सकते क्योंकि अंकित को रिहा करने से पहले कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होगा. गौरतलब है कि थाने में दूल्हे की मौजूदगी की सूचना मिलते ही दुल्हन के परिवार के कुछ सदस्य वहां पहुंचे.
इस बीच, नन्हे शनिवार देर रात तक समझौता होने तक थाने से नहीं हटा, हालांकि दुल्हन के परिवार के कुछ सदस्यों ने कहा कि शादी रोकने के लिए दूल्हे और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
दिलचस्प बात यह है कि एक एसएचओ ने कहा कि जांच में पता चला है कि दंपति पहले ही शादी के बंधन में बंध चुके थे और उन्होंने सामूहिक विवाह अनुदान योजना का लाभ उठाया था. वे एक सामाजिक अनुष्ठान के रूप में फिर से शादी कर रहे थे.