नई दिल्ली. मुंडका के जिस वार्ड में 27 लोगों की जान चली गई वहां पर हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है। जिस वार्ड में यह घटना हुई है वहां पर दस दिन से लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर का पद खाली पड़ा था। जिस दिन घटना हुई उस दिन इंस्पेक्टर के पद पर सुशील गौतम को तैनात किया गया था। लंबे समय से काम कर रहे संदीप कुमार कौशिक को चार मई को ही वहां से कार्यमुक्त करते हुए हिंदूराव अस्पताल में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था।
सूत्रों का कहना है कि चार मई से लेकर 13 मई तक वार्ड में कोई लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर था ही नहीं। जब 13 मई को आग की घटना हुई तो आनन-फानन में सुशील गौतम को लाइसेसिंग इंस्पेक्टर तैनात करने के आदेश निकाले गए। इसके लिए दूसरे वार्डो से इंस्पेक्टर को इधर से उधर किया गया था। संदीप कुमार करीब तीन वर्ष से वार्ड में कार्य कर रहे थे। ऐसे में तीन साल में एक भी बार इमारत में व्यावसायिक गतिविधि रोकने की कार्रवाई नहीं की गई। वर्ष 2019 में जब इस इमारत में शराब की दुकान खोली गई थी तो उसे सील कर दिया गया था।
कोर्ट ने मृतका के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर का पक्ष भी जाना।
अनिल लाकड़ा (पार्षद मुंडका वार्ड) का कहना है कि पहले हमारे वार्ड में संदीप कुमार लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर के तौर पर तैनात थे। जिनका तबादला दस दिन पहले ही हो गया था। घटना वाले दिन तक वार्ड में कोई लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर नहीं था।
दिल्ली में अग्नि दुर्घटना ट्रामा सेंटर निर्माण के लिए समिति बनाने की मांग
दिल्ली भाजपा ने आग की घटनाओं को देखते हुए दिल्ली में अग्नि दुर्घटना ट्रामा सेंटर निर्माण के लिए समिति बनाने की मांग की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि हर वर्ष एक से दो बड़ी अग्नि दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें जानमाल का भारी नुकसान होता है। ऐसे में इस तरह की घटना के बचाव के इंतजाम करने और आग से जले मरीजों के इलाज के लिए ट्रामा सेंटर के निर्माण की आवश्यकता है।
गुप्ता ने कहा कि 1997 में हुई उपहार सिनेमा त्रासदी की लंबी सुनवाई के बाद नंवबर 2015 में उपहार के मालिक अंसल बंधुओं ने दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल के बर्न वार्ड की तर्ज पर आग से जले मरीजों के लिये विशेष ट्रामा सेंटर बनाने के लिये 60 करोड़ रुपये दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को सौंपे थे, लेकिन साढ़े छह साल बीत जाने के बाद भी ट्रामा सेंटर का निर्माण नहीं हो सका है। इसे देखते हुए नेता प्रतिपक्ष रामवीर ¨सह बिधूड़ी की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर अग्नि ट्रामा सेंटर काम दिल्ली सरकार उन्हें सौंपे।