लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दस जून से दोबारा मंडलों का दौरा करेंगे। दूसरे चरण के निरीक्षण में मुख्यमंत्री यागी आदित्यनाथ ने पहले से तय मंत्रियों के मंडलों में बदलाव किया है। मंत्रियों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार जल शक्ति मंत्री व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष इस बार मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में अपने मंत्री समूह के साथ जनता के दरवाजे पर पहुंचेगे। इसके अलावा सरकार दोनों उपमुख्यमंत्री अलग-अलग मंडलों में रहेंगे। केशव प्रसाद मौर्या को अयोध्या, जबकि ब्रजेश पाठक को इस बार प्रयागराज की जिम्मेदारी दी गयी है। पहले केशव के पास आगरा का प्रभार था। लखनऊ में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही धरातल की हकीकत से रूबरू होंगे। पहले यह जिम्मेंदारी सुरेश खन्ना के पास थी। बेबी रानी मौर्य को बस्ती मंडल का जिम्मा मिला है। वहीं सरकार के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद को कानपुर के बदले मुरादाबाद मंडल की जिम्मेदारी दी गयी है।
सुरेश खन्ना को मेरठ, धर्मपाल सिंह कानपुर, संजय निषाद चित्रकूट, नंद गोपाल नंदी झांसी, आशीष पटेल सहारनपुर, राकेश सचान विन्ध्य, योगेन्द्र उपाध्याय आजमगढ़ की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। मंडल बदलने के पीछे सरकार के एक मंत्री ने तर्क देते हुए कहा कि इस बदलाव से एक ही मंडल में डेढ़ से दो माह के अंदर अलग-अलग मंत्री समूहों के निरीक्षण से फीडबैक भी चेक हो सकेंगे और पहली की रिपोर्ट के आधार पर हुए बदलावों की निष्पक्ष जांच हो सकेगी। सूत्रों ने बताया कि मंत्री इस बार दो चरण में दौरे को अंजाम देंगे। पहला चरण दस से लेकर 12 जून तक होगा। दूसरे चरण की शुरुआत 18 जून से होगी। इसी अनुसार मंत्री अपना कार्यक्रम तय करेंगे।
प्रधानमंत्री ने भी प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ संवाद में मंडलीय दौरे का फीडबैक लिया था और सरकार जनता के द्वार की पहल को सराहा था। इसलिए मुख्यमंत्री ने इसे और प्रभावी ढंग से लागू किया है। मंत्रियों के अलावा मुख्यमंत्री खुद भी जिलों के दौरे पर रहकर योजनाओं की वस्तुस्थिति से अवगत होंगे। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री खुद जिलों का दौरा कर रहे हैं। हर मंडल के लिए तीन-तीन मंत्रियों का समूह बनाकर भेजा। विकास कार्यों की समीक्षा, पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात और जनता से फीडबैक भी लिया।
पहले चरण में उन्होंने 18 मंडलों के लिए मंत्रियों की 18 टीम बनाई थी। सभी मंत्रियों ने अपने-अपने जिले की रिपोर्ट सौंपी है। उसके बाद से दोबारा मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के मंडलों के दौरे तय कर दिए हैं। दूसरे चरण के भ्रमण का एजेंडा और कार्य बिंदु तैयार कर लिया गया है। बजट सत्र के स्थगन के साथ ही मंत्रियों के दौरे शुरू हो जाएंगे।