नई दिल्ली. इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख का सालाना वेतन 88 प्रतिशत बढ़कर 79.75 करोड़ रुपये हो गया है, जिससे वह देश में सबसे अधिक वेतन पाने वाले अधिकारियों में से एक बन गए हैं। सॉफ्टवेयर सर्विस फर्म ने 1 जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक के रूप में पारेख को फिर से एप्वाइंट करने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांगी है। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 58 वर्षीय पारेख ने 31 मार्च 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष में 71.02 करोड़ रुपये का वेतन लिया था।

अन्य कंपनियों के सीईओ का वेतन
आपको बता दें कि टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन का सालाना वेतन 25.76 करोड़ रुपये है, जबकि विप्रो के पेरिस स्थित सीईओ का वेतन 64.34 करोड़ रुपये है। एचसीएल टेक के सीईओ के पास 32.21 करोड़ रुपये का पैकेज है, जबकि टेक महिंद्रा के सीईओ को 22 करोड़ रुपये का सालाना पैकेज है।

2018 में पहली बार बने थे इंफोसिस के सीईओ
इंफोसिस ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से कंपनी के शेयर की कीमत में पर्याप्त मूल्य वृद्धि को दर्शाता है। इंफोसिस द्वारा पांच वर्षों के लिए प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में पारेख को फिर से नियुक्त करने के कुछ दिनों बाद बढ़ोतरी की घोषणा की गई है। उन्हें पहली बार 2 जनवरी 2018 को सीईओ नियुक्त किया गया था।

वेतन बढ़ाने पर सह-संस्थापक की चिंता
हालांकि, सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने कुछ साल पहले सिर्फ सीईओ को भारी वेतन देने पर चिंता व्यक्त की थी। न्यूनतम और उच्चतम वेतन के बीच 20 से 25 के अनुपात का सुझाव दिया था।

क्यों बढ़ा वेतन?
इंफोसिस ने कहा कि सीईओ के वेतन की औसत हाइक को कंपनी के बढ़िया प्रदर्शन और स्टॉक प्राइस हाइक से जोड़कर देखना चाहिए। कंपनी के मुताबिक सैलरी हाइक का मुख्य कारण बेहतरीन टोटल शेयरधारक रिटर्न और मार्केट कैप में वृद्धि शामिल हैं।