देवबंद. मानकी गांव में बिना कागजों के चल रहे ईंट भट्ठे को शनिवार को प्रदूषण विभाग की टीम ने एसडीएम की मौजूदगी में सील कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि ईंट भट्ठे के दो पार्टनरों में से एक पार्टनर ने फोन कर इसकी सूचना दी थी। जिसकी बाद प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई।

एसडीएम दीपक कुमार ने बताया कि देवबंद मंगलौर रोड स्थित मानकी के जंगल में बने ईंट भट्ठे के एक पार्टनर ने फोन कर सूचना दी कि भट्ठा बिना कागजों के चल रहा है। संभवत: दोनों पार्टनरों के बीच पैसों के लेन देन को लेकर कोई विवाद हुआ होगा। उन्होंने बताया कि ईंट भट्ठे पर जाकर जब वहां के मुंशी तेजपाल से कागजात दिखाने को कहा तो वह कोई कागजात नहीं दिखा सका। मसलन न तो ईंट भट्ठा मालिकों के पास प्रदूषण संबंधी कोई सर्टिफिकेट मिला न ही जीएसटी व रॉयल्टी संबंधी कोई सर्टिफिकेट।

उन्होंने बताया कि ईंट भट्ठे की चिमनी पर हारुन नाम लिखा है, लेकिन जांच में ग्राम प्रधान हारुन की जमीन पर ईंट भट्टा के बना होने की बात सामने आई है। एसडीएम ने बताया र्कि इंट भट्ठे को मुजफ्फरनगर निवासी अमित को लीज पर दिया हुआ है। भट्ठे का कोई सर्टिफिकेट न मिलने पर प्रदूषण विभाग के अधिकारी संजय कुमार ने उसे सील कर दिया। कार्रवाई दौरान तहसीलदार तपन कुमार मिश्रा और भारी पुलिस बल तैनात रहा।