मेरठ। पारिवारिक विवाद के चलते विवाहिता अपने चार बच्चों को पति के पास करीब 15 दिन पूर्व छोड़कर फरार हो गई। पति ने पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने उसे दिल्ली से तलाश कर पति को सौंपा। गुरुवार को दंपती के बीच थाने में बातचीत कराई गई, ताकि दोनों दंपती का परिवार बिखरने से बच जाए।
यह है मामला
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र निवासी युवक की शादी करीब छह पांच साल पूर्व गाजियाबाद निवासी युवती से हुई थी। बताया जाता है कि शादी के बाद से ही दंपती में विवाद शुरू हो गए थे। दंपती के चार बच्चे हैं। पति प्राइवेट कंपनी में काम करता है। पति ने पुलिस को बताया कि घरेलू छोटी-छोटी बातों पर उसका पत्नी से झगड़ा होता था। पत्नी भुगतने की धमकी देती थी। करीब 15 दिन पूर्व सबसे छोटे बच्चे का दूध की वजह से रो रहा था। पत्नी से दूध पिलाने को कहा तो वह गाली गलौज करने लगी। झगड़ा इस कदर बढ़ गया कि चारों बच्चों को छोड़ वह बिना बताए घर से निकल गई। पत्नी को काफी तलाश किया, मगर पता नहीं चल सका। बच्चों की देखभाल के चक्कर में पति ने काम पर जाना छोड़ दिया था। पीड़ित ने थाने में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस पत्नी की तलाश में जुट गई। गुरुवार को पुलिस ने पत्नी को दिल्ली में उसके रिश्तेदार के यहां से लाई। थाने में दोनों को दपंती को बैठाकर झाकर विवाद का निबटारा कराने का प्रयास किया गया। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना ने बताया कि फिलहाल पत्नी अपने पति के साथ ही गई है।
सदर बाजार थाना क्षेत्र के मिलिट्री हॉस्पिटल में रूप बाबू कार्यरत है। गुरुवार सुबह उन्हें साइबर अपराधियों ने परिचित बनकर कॉल किया। कुछ देर बात करने पर रूप बाबू अपराधियों के झांसे में आ गए। उन्होंने रूप बाबू के नंबर पर एक लिंक भेजा। जैसे ही जवान ने लिंक पर क्लिक किया तो उनके नंबर पर ओटीपी आ गया। जवान ने बताया कि ओटीपी की जानकारी दिए बिना ही उनके खाते से तीन बार में पचास हजार रूपये कट गए। उन्होंने साइबर सेल में शिकायत पत्र दिया है। एसपी क्राइम अनित कुमार ने साइबर सेल प्रभारी राघवेंद्र सिंह को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।